विद्यंत हिंदू पीजी कॉलेज लखनऊ द्वारा मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले वेबीनार की श्रृंखला में आज ”कोविड-19 के दृष्टिगत इम्यूनिटी संवर्धन में आयुर्वेद की भूमिका” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसके संयोजक डॉ आर के यादव थे। दूसरे सत्र में डॉ आर के यादव ने बालिकाओं को ऑनलाइन मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया। डॉ यादव ने बताया कि इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता थे डॉक्टर संजीव शुक्ला थे। वह बीएसएनवी पीजी कॉलेज लखनऊ के जूलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। मुख्य वक्ता ने अपने व्याख्यान के माध्यम से छात्राओं को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी तथा उन्हें खाद्य पदार्थों को किस तरह से ग्रहण करना चाहिए के तरीकों पर भी चर्चा की। भोजन की कितनी मात्रा कब ग्रहण करनी चाहिए इसके संबंध में भी विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं की संरचना इस प्रकार की है कि 40 -50 की उम्र के बाद उनके शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है जिसके कारण महिलाओं में osteoporosis की बीमारी हो जाती है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए मेथी, बथुआ, पालक, चौराइ आदि का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया की दूध से बनी सामग्री के साथ नमक नहीं खाना चाहिए। अरहर की दाल किस तरह से बनाकर खानी चाहिए जो कि शरीर के लिए फायदेमंद होती है । आजकल जिस तरह से हम लोग दाल का प्रयोग करते हैं वह भारतीय परंपरा के हिसाब से सही नहीं है। हम सभी ने खानपान के पश्चिमी तकनीक का अनुसरण कर लिया है तथा खाने के अपने तौर-तरीकों को भूल गए हैं। इस कारण हम शारीरिक रूप से स्वस्थ और फिट नहीं रह पा रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ रमेश कुमार यादव ने मुख्य वक्ता डॉ संजीव शुक्ला का संक्षिप्त परिचय प्रतिभागियों के समक्ष रखा। आज के इस वेबीनार में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के अतिरिक्त नारी शिक्षा निकेतन महाविद्यालय तथा अन्य महाविद्यालय की छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया। साथ ही वहां की शारीरिक शिक्षा प्रवक्ता डॉक्टर ममता डोगरा जी ने भी कार्यक्रम में भाग लिया तथा कार्यक्रम की सराहना की। इनके अतिरिक्त विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज के डॉ राजीव शुक्लाज,डॉ अमित वर्धन ,डॉ बीजेंद्र पांडे जी,डॉ सावित्री तड़ागी, डॉ नरेंद्र सिंह डॉ बीबी यादव आदि अध्यापकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। व्याख्यान के अंत में छात्र-छात्राओं तथा अध्यापक प्रतिभागियों द्वारा मुख्य वक्ता से प्रश्न पूछे गए। प्रश्नों का सकारात्मक जवाब मुख्य वक्ता द्वारा दिया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर बीवी यादव ने मुख्य वक्ता के व्याख्यान की सराहना करते हुए उनका धन्यवाद ज्ञापित किया तथा सभी अध्यापक प्रतिभागियों तथा छात्र-छात्राओं का वेबीनार में प्रतिभाग करने तथा ध्यान पूर्वक व्याख्यान को सुनने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम के संदर्भ में छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।