डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपने शताब्दी समारोह में कृषि को भी महत्व प्रदान किया है। इसके माध्यम से कृषि उत्पाद बढ़ाने व जैविक कृषि को प्रोत्साहन का भी सन्देश दिया गया। इसके अंतर्गत कृषि उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसमें कृषि से जुड़े लोगों ने गहरी रुचि दिखाई। करीब बत्तीस स्टॉल विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाए गए। जिसमें चंद्र भानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा विभिन्न प्रकार की मनमोहक सब्जियां का प्रदर्शन भी लगाया गया है। विज्ञान मेले में क्लीन एंड ग्रीन एनवायरमेंट सोसायटी द्वारा लगातार पर्यावरण में हो रहे नुकसान को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के पौधों का प्रदर्शन लगाया गया। जिसमें सोसाइटी के सेक्रेटरी प्रोफेसर एस सी शर्मा ने बताया कि लगातार पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है जिससे इस प्रदूषण को यह पौधे कम करेंगे।

महाविद्यालय के प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा को मेला प्रबंधन कमेटी ने मोमेंटो देकर के उनका स्वागत किया और विशेष रुप से कमेटी के सदस्य प्रोफेसर राजीव पांडे ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ से यह एक अकेला कृषि महाविद्यालय है जो निरंतर किसानों के लिए कार्य कर रहा है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी सोमवार को भी लगाई जाएगी जिसमें कई प्रकार के आकर्षक इवेंट्स होंगे। कृषि महाविद्यालय द्वारा तैयार किए गए विलुप्त हो रहे औषधीय पौधों को वितरित किया गया प्रोफेसर शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय लखनऊ और इसके आसपास के जिलों में लगातार विलुप्त हो रहे औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार कर रहे है और औषधि पौधों को निशुल्क वितरण किया जा रहा है। महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया की विद्यालय द्वारा सभी विभागों द्वारा किसान हित में कार्य किए जा रहे हैं जिससे क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ रही है।

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