डॉ दिलीप अग्निहोत्री
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल नारी सशक्तिकरण पर सदैव बल देती है। उनका जीवन स्वयं में प्रेरणादायक है। वह बेटे और बेटी में भेद ना करने और सबको शिक्षित बनाने को आवश्यक मानती है। इसके लिए वह दशकों से प्रयास भी करती रही है। राज्यपाल के रूप में भी वह अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से इसके लिए समाज को जागृत करती है। मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में उन्होंने मिशन शक्ति की सराहना की। कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान का उद्देश्य यही है कि नारी को सुरक्षा सम्मान एवं स्वावलम्बल प्रदान किया जाये। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिया गया है,लेकिन चिन्ता की बात यह है कि समाज में कुछ विकृत मानसिकता के लोग इसमें बाधा उत्पन्न करते हैं। जबकि महिला सशक्तिकरण देश की प्रगति के लिए आवश्यक है।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत अभियान में महिलाओं की भी भूमिका है। आत्मनिर्भर प्रदेश, तहसील,जिला एवं परिवार भी बनाना है। ग्रामीण और पिछडे क्षेत्रों की महिलाओं की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आनन्दी बेन पटेल ने आईएफटीएफ विश्वविद्यालय में कोरोना काल में उत्कृष्ठ सेवा प्रदान करने वाले को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा एक जनपद एक उत्पादन योजना के अन्तर्गत यहां के पीतल उद्योग को और आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। पारम्परिक शिल्प कला आर्थिक विकास को गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने महिला हस्तशिल्पी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कहा कि दस्तकारी में अद्भुत एवं अतुल्य कलाकारी देखने से ही मूल्य का पता चलता है। हमारी धरोहर मिटनी नही चाहिए बल्कि इसे निरन्तर आगे बढ़ाते रहना चाहिए। केन्द एवं राज्य सरकार भी महिला दस्तकारों को प्रोत्साहन देने हेतु प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास की कुंजी है। शिक्षा का लाभ समाज को मिले इस पर ध्यान देने की जरुरत है। समाज में बेटियों के भेदभाव कदापि नही किया जाना चाहिए। राज्यपाल मुरादाबाद में ओडीओपी टूल किट एवं ऋण वितरण समारोह तथा गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। एक जनपद एक उत्पाद योजना एवं स्वरोजगारपरक योजनान्र्तगत लाभार्थियों को टूल किट एवं स्वीकृति पत्र वितरित किये। क्षयरोग ग्रसित बच्चों को गोद लेने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं की सराहना एवं उत्साहवर्धन किया। राज्यपाल ने पोषन वाटिका का उद्घाटन किया। प्रोजेक्ट स्नेह के अन्र्तगत पांच सौ कुपोषित बालकों के कल्याणार्थ विशेष कार्यक्रम को शुभारम्भ भी किया।