रिलायंस ने अब अपने ग्रासरी स्टोर को और भी बढ़ाने केलिये अब whatsapp के इस्तेमाल पर जोर दे रहा हैं। 20 अपैल को ही फेसबुक ने रिलायंस जियो फ्लेटफार्म में 43,574 करोड़ का निवेश किया हैं। ऐसे में रिलायंस जियो औप फेसबुक केसडील का सबसे बड़ा कारोबार वाट्सअप से ही होगा।
जियोमार्ट whatsapp के जरिये लोगों से जुड़ना शुरू कर दिया हैं।
क्रेडिट सुइस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस रिटेल के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियोमार्ट ने किराना सामान के ऑर्डर लिए ग्राहकों से WhatsApp पर संपर्क करना शुरू कर दिया है. फिलहाल जियोमार्ट नवी मुंबई, ठाणे और और कल्याण में ग्राहकों से व्हॉट्सएप के जरिये संपर्क कर रही है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘यूजर्स WhatsApp पर कंपनी से संपर्क करते हैं, जियोमार्ट वेबपेज पर ग्रॉसरी आर्डर की जांच करते हैं, उसके बाद WhatsApp पर खुदरा स्टोर से जुड़ते हैं. बाद में यूजर्स किराना से अपना ऑर्डर उठाते हैं और उसका कैश में पेमेंट कर सकते हैं”कंपनी का कहना है कि ये मॉडल सप्लाई और पूरे ट्रांजेक्शन को एक ऐप के जरिए पूरा करने से संबंधित है
डिजीटल फ्लेटफार्म पर बड़ी कम्पनियों को चुनौती देने की तैयारी
फेसबुक के साथ करार से अंबानी को डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने में मदद मिलेगी और वह ई-कॉमर्स बाजार में अमेजन और वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट को चुनौती पेश कर सकेंगे। केपीएमजी का आकलन है कि ई-कॉमर्स बाजार 2027 तक बढ़कर 200 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सौदे से फेसबुक को भारत की रिटेल सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी के साथ भागीदारी का लाभ मिल सकेगा. अभी इस भागीदारी की शुरुआत ग्रॉसरी से हुई है. बाद में इसका विस्तार दवाओं के वितरण, फैशन और लाइफस्टाइल स्टोरों और खाद्य उत्पादों की आपूर्ति के लिए भी हो सकता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो फेसबुक के कई समाधानों के लिए टेलीकम्युनिकेशन स्ट्रक्चर उपलब्ध करा सकती है. रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या 38.8 करोड़ है. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए व्हॉट्सएप के 40 करोड़ प्रयोगकर्ता जियोमार्ट ऐप के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.