डॉ दिलीप अग्निहोत्री

भारतीय संस्कृति में किसी कार्य के शुभारंभ को श्री गणेश भी कहते है। क्योंकि वह प्रथम पूज्य है। योगी आदित्यनाथ ने तमिलनाडु में चुनाव प्रचार के पूर्व ऐतिहासिक गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। वह रोड शो में भी सम्मलित हुए। योगी को देखने सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने यहां एनडीए उम्मीदवारों को विजयी बनाने का आह्वान किया। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक व भाजपा का गठबंधन चुनाव में है। जय ललिता भी भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था रखती थी। उनके प्रतिद्वंदी द्रमुक नेताओं ने श्री राम सेतु को काल्पनिक बताने के यूपीए सरकार के विचार का समर्थन किया था। जबकि जय ललिता ने इसका विरोध किया था। उनकी विरासत को वर्तमान पार्टी नेतृत्व आगे बढ़ा रहा है। इस आधार पर भाजपा उनकी स्वभाविक सहयोगी है। योगी आदित्यनाथ ने विकास के साथ ही संस्कृति के महत्व को भी रेखांकित किया। उनकी श्री गणेश पूजा का भी यही सन्देश था। उत्तर भारत के लोग दक्षिण ने मंदिरों में पूजन के लिए आते है। दक्षिण के लोग काशी आते है। यही भारतीय संस्कृति का एकता भाव है। भाषा क्षेत्र अलग है,लेकिन राष्ट्रीय तत्व व भावना एक जैसी है। योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर है। दक्षिण भारत में भी इस पीठ के मंदिर है,इनको मानने वाले बड़ी संख्या में है। इस रूप में भी योगी आदित्यनाथ की यहां पहचान है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने जिस योगी मॉडल को सफलता को स्थापित किया है,उसकी चर्चा देश में ही नहीं विदेशों में भी है।

योगी मॉडल नाम भी विदेश के लोगों ने ही दिया है। योगी सरकार ने अभी चार वर्ष पूरे किए है। उनका रिपोर्ट कार्ड भी चर्चा में है। यही कारण है कि योगी जब विकास व संस्कृति की बात करते है तो लोग उस पर विश्वास करते है। बिहार, बंगाल, असम, केरल,तमिलनाडु में इस तथ्य का अनुभव किया जा सकता है। योगी आदित्यनाथ ने तमिलनाडु कोयंबटूर के निकट पुलियाकुलम श्री मुंथी विनायक महागणपति मंदिर में पूजन किया। श्री गणेश जी की यह प्रतिमा एशिया में सबसे वजनी देव प्रतिमा है। इसका वजन एक सौ चालीस क्विंटल है। यह प्रतिमा बीस फीट ऊंची और ग्यारह फीट चौड़ी है। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को बहुत सम्मान दिया गया। योगी आदित्यनाथ ने इसका उल्लेख किया। कहा कि कांग्रेस और द्रमुक दोनों पार्टियां महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही हैं। जब हम तमिलनाडु में डीएमके कांग्रेस गठबंधन को देखते हैं तो हम पाते हैं कि वहां माताओं का अपमान होता है। उनके लिए गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। जो लोग महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकते,उन्हें सत्ता में आने का अधिकार नहीं हो सकता है।

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