डॉ दिलीप अग्निहोत्री
संगठन के मामले में भाजपा बेजोड़ है। राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर से लेकर पंचायत तक संगठन की इकाइयां है। कोरोना कालखंड में भी पार्टी संगठन ने सभी स्तरों पर अपनी सक्रियता बनाये रखी। राहत कार्यों में योगदान दिया गया। भाजपा का आरोप रहा कि आपदा के उस दौर में विपक्ष की सक्रियता ट्विटर तक ही सीमित थी। मजबूत संघठन के आधार पर ही भाजपा पक्ष और विपक्ष दोनों की भूमिकाओं का प्रभावी निर्वाह करती रही है। जनसंघ के समय की इस विरासत और विचार को भाजपा ने जारी रखा है। इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मी चल रही है। भाजपा ने कई महीने पहले ही इसके दृष्टिगत तैयारी शुरू कर दी थी। इसके अंतर्गत केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाई जा रही है। इस आधार पर बताया जा रहा है कि विकास के मामले में पिछली सरकारें बहुत पीछे छूट गई है। यह कारण है कि आज विपक्षी पार्टियां विकास पर चर्चा से बच रही है। उनके द्वारा सरकार पर निरर्थक हमले किये जा रहे है। लेकिन यह पार्टियां अपनी सरकार के कार्यों पर कोई बात करने की स्थिति में नहीं है। वह जानती है कि ऐसा करने से सत्ता पक्ष को ही लाभ मिलेगा। क्योंकि बात चलेगी तो पूर्व व वर्तमान सरकार की तुलना होने लगेगी। इसमें वर्तमान सरकार का पडला भारी है। कई विषय तो ऐसे है जिनमें सत्तर वर्ष पर वर्तमान सरकार के साढ़े चार वर्ष भारी है। कई ऐसे विषय है जिनमें पिछली दो सरकार पीछे छूट गई है। इस कारण भाजपा खेमे में उत्साह है। राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने कई महीने पहले से उत्तर प्रदेश की यात्राएं शुरू कर दी थी। इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल रहे है। तब कुछ लोगों ने प्रचार किया कि यह यात्राएं फेर बदल के संदर्भ में है। यह निराधार कयास ज्यादा दिन चल नहीं सके। क्योंकि किसी प्रदेश की चुनावी तैयारी के सन्दर्भ में भाजपा इसी कार्यशैली पर अमल करती है। इस क्रम में केंद्र प्रदेश संगठन व सरकार के दिग्गजों की लखनऊ में बैठक हुई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पहले दिन परिचयात्मक बैठक हुई थी। बैठक में पार्टी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों,अभियानों के बारे में चर्चा हुई साथ ही आगामी कार्यक्रमों के संदर्भ में भी प्रारम्भिक चर्चा हुई। इसके अगले दिन की बैठक में आगामी कार्ययोजना व कार्यक्रमों सहित अन्य संगठनात्मक गतिविधियों पर विचार विमर्श किया गया। बैठकों में पाटी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह,चुनाव प्रभारी व केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव सह प्रभारी अनुराग ठाकुर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,डा.दिनेश शर्मा,केन्द्रीय मंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र नाथ पाण्डेय,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य, केन्द्र सरकार में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे मंत्रिगण व उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट व राज्य मंत्री उपस्थित रहे। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विभिन्न जनपदों में विकास योजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास का क्रम जारी है।
हापुड़ में करीब पौने चार सौ करोड़ रुपये की एक सौ तिहत्तर विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसी प्रकार योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्धनगर में करोड़ों रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण भी किया। कार्यक्रम में विवाह अनुदान योजना, दीनदयाल अन्त्योदय योजना,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया। योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत राजकीय इण्टर काॅलेज दादरी,सद्भाव मण्डप, नगर पालिका परिषद दादरी,मिहिर भोज पीजी काॅलेज में तीन साइंस लैब की परियोजनाओं का शिलान्यास तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत चौदह विद्यालयों में एक एक कम्प्यूटर लैब,ग्राम खटाना व आनंदपुर में सामुदायिक केन्द्र के निर्माण की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फर्जी राशन कार्डों को निरस्त कराया गया। वास्तविक पात्र लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराये गये। अस्सी हजार राशन की दुकानों को पीओएस से जोड़ा गया। प्रत्येक गरीब अपने गांव में अथवा देश के किसी भी कोने में राशन प्राप्त कर सकता है। तकनीक के प्रयोग से गरीब को राशन मिलने के साथ ही सरकार को बारह सौ करोड़ रुपए की वार्षिक बचत हो रही है। कृषि क्षेत्र में तकनीक को बढ़ावा दिया गया। इससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है। एमएसपी के अंतर्गत किसानों से उनकी उपज की खरीद में ई।पॉप सिस्टम के उपयोग से भ्रष्टाचार पर रोक लगी है।