केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद अब विपक्षी दलों के नेता इसे अपने-अपने प्रयासों का असर बताने में जुट गए हैं। बाराबंकी में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप का कहना है कि अखिलेश यादव के बड़े जनाधार और पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस लिए गए
बाराबंकी जिले में सपा के पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने प्रधानमंत्री मोदी के कृषि कानून वापस लेने के ऐलान पर इसे सपा के बढ़ते जनाधार का डर बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी के बढ़ते जनाधार और जनसमर्थन के डर से बीजेपी सरकार डरी हुई थी और उत्तर प्रदेश में सभी बड़े नेताओं को उतार दिया है। चुनाव में हार के डर से तीन काले कानून वापस लिए गए हैं। आगे अरविंद सिंह गोप ने कहा कि अखिलेश जी ने कहा था जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। हम किसानों को बधाई देते हैं।