लखनऊ विश्वविद्यालय में होली जोर शोर से चल रही है । आज पूरा दिन विश्वविद्यालय प्रांगण रंगों से नहाया हुआ दिख रहा था । जगह जगह पर होली के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं । उसी कड़ी में आज छात्र कल्याण विभाग व सांस्कृतिकी ने एक सामूहिक आयोजन किया । कार्यक्रम का आयोजन मालवीय भवन के सामने खुले प्रांगण में किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति महोदय उपस्थित रहे साथ ही साथ प्रो पूनम टण्डन अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग और प्रो राकेश चंद्रा सांस्कृतिकी डायरेक्टर भी उपस्थित रहे ।
छात्रों ने कार्यक्रम में विभिन्न प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम को जीवंत कर दिया । कवियों ने अपनी अपनी कविताओं के साथ तो वही कुछ छात्रों ने गीतों के साथ रंग गुलाल उड़ाकर होली मनाई । कार्यक्रम में होली के लोकगीतों की प्रस्तुति विशेष आकर्षण रही ।

प्रो पूनम टण्डन अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग ने कहा कि यह एक बहुत अच्छा अवसर है होली राग-रंग का त्योहार है । यह लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है । राग अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ।
कार्यक्रम का संचालन जय ने किया । खाइके पान बनारस वाला , बुरा न मानो होली है ,होली है भई होली है आदि नारो से प्रांगण गूंजता रहा ।














