मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों व अधिकारियों को सुशासन संबन्धी दिशा निर्देश दिए थे। विगत पांच वर्षों के दौरान उनकी सरकार ने इसके अनुरूप कार्य किया है। इसलिए सरकारी मशीनरी के लिए यह नया नहीं था। फिर भी योगी ने कहा कि अब इस मार्ग पर पहले के मुकाबले अधिक तेजी से आगे बढ़ना है। दूसरी बार जनादेश देकर जनता ने अपनी आकांक्षा व विश्वास को प्रकट किया है। सरकार जन आकांक्षा को पूरा करेगी। चुनाव पूर्व जारी संकल्प पत्र को पूरा करने का अविलंब प्रयास शुरू किया गया है। सरकारी मशीनरी को पुनः दुरुस्त करने के बाद से योगी आदित्यनाथ लागतात जनपदों की यात्रा कर रहे है। उनका कहना है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान रुके हुए कार्यों को पुनः अधिक गति के साथ पूरा करना है। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ की श्रावस्ती यात्रा भी महत्वपूर्ण साबित हुई। यहां से उन्होंने स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ किया।

योगी आदित्यनाथ को विरासत में बदहाल शिक्षा व्यवस्था मिली था। सरकारी विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। पिछली बात पद संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ ने स्कूल चलो अभियान शुरू किया था। इसके अलावा ऑपरेशन कायाकल्प की महत्वाकांक्षी योजना भी लागू की गई थी। इससे बेसिक व प्रायमरी स्कूल व शिक्षा में बड़े बदलाव हुए। योगी ने कहा कि जब उनकी सरकार ने स्कूल चलो अभियान प्रारम्भ किया था,तब बेसिक स्कूली शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक करोड़ चौतीस लाख बच्चें अध्ययन कर रहे थे। उस समय स्कूलों की स्थिति जर्जर थी। कक्षा, पेयजल की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था मिड-डे-मील की सुविधा पुरसाहाल थी। बच्चों के स्कूलों में आने का समय अनिश्चित था। उनकी संख्या कम थी। स्कूल छोड़ने वालों की संख्या ज्यादा थी। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल चलो अभियान प्रारम्भ कर लगातार तीन वर्षों तक इस अभियान को आगे बढ़ाया गया। इस अवधि में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक करोड़़ अस्सी लाख बच्चों का प्रवेश हुआ।

प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे को बैग,पाठ्य पुस्तकें यूनिफॉर्म,जूता मोजा, स्वेटर उपलब्ध कराए गए है। इस योजना पर अनवरत अमल चल रहा है। ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से जनप्रतिनिधियों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों,पुरातन छात्रों,समाज के जागरूक नागरिकों ने मिलकर एक अभियान प्रारम्भ किया। इसमें एक एक विद्यालय गोद ले करके विद्यालयों में अच्छी फ्लोरिंग बना करके साफ सफाई,वॉल पेंटिंग,पेयजल,फर्नीचर एवं शौचालय की व्यवस्था की गई। बेसिक शिक्षा परिषदों के एक लाख अट्ठावन हजार विद्यालयों में से नब्बे हजार से अधिक विद्यालयों में सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाओं से आच्छादित करने का कार्य हुआ। अब यह संख्या बढ़कर एक लाख चौतीस हजार तक पहुंच चुकी है। शेष विद्यालयों को भी ऑपरेशन कायाकल्प से जोड़ना है। एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को बेसिक शिक्षा में लागू करने के साथ-साथ महापुरुषों की जीवनी से जोड़ने का भी कार्य किया गया है।

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