सुनील चौधरी, फरीदाबाद।
रिश्वत लेने की ऑडियो की वायरल तो कार्यवाही के नाम पर टालमटोल में जुटे फरीदाबाद पुलिस के बड़े अधिकारी । जी हाँ बता दें कि डबुआ कॉलोनी के रहने वाले सोनू गुप्ता का अपने ही पड़ोस में रहने वाले कुछ युवकों से विवाद हो गया था जिसके बाद दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत की । लेकिन सोनू गुप्ता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही के नाम पर डबुआ थाने में तैनात पुलिसकर्मी हेमराज और बलबीर ने सोनू गुप्ता से लाखों रुपए की रिश्वत ऐंठ लिए । इतना ही नहीं बलबीर ने तो बकायदा डबुआ थाना SHO श्री भगवान के नाम से 60000 रुपये भी ले लिए थे। लेकिन जब सोनू गुप्ता की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो सोनू गुप्ता ने अपने पैसे वापस मांगे लेकिन हेमराज और बलबीर ने सोनू गुप्ता को रुपये देने से मना कर दिया । जिसके बाद सोनू गुप्ता ने इसकी शिकायत फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर से लेकर बड़े अधिकारी से करने की उन्हें चेतावनी दी। बड़े अधिकारियों से शिकायत की चेतावनी मिलने के बाद बलबीर ने सोनू गुप्ता को थाने बुलाकर ₹40000 नगद थमा दिए और बाकी के बचे रुपए जल्द ही देने की बात कही लेकिन बलबीर और हेमराज उसे बार-बार रुपए देने की बजाय टालते रहें जिसके बाद सोनू गुप्ता ने परेशान होकर पुलिसकर्मियों की रिश्वत लेने की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।
रिश्वत लेने की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद थाना डबुआ के एसएचओ श्री भगवान सहित हेमराज और बलबीर सोनू गुप्ता के खिलाफ हो गए और सोनू को किसी केस में फंसाने की धमकी देने लगे। जिसके बाद सोनू ने इसकी शिकायत न केवल फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर से की बल्कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी सोनू ने शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद एडीजीपी अनिल राव ने बलबीर को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर करने के आदेश दिए और कार्यवाही उच्च अधिकारियों को सौंपी। लेकिन सोनू के मुताबिक फिर भी बलबीर डबुआ थाने में ही तैनात रहा जिसकी शिकायत सोनू ने फिर एडीजीपी अनिल राव को फोन और वाट्सएप से फिर शिकायत की । फिर दुबारा शिकायत मिलने के बाद एडीजीपी ने पुलिस कमिश्नर फरीदाबाद को बातकर बलबीर को लाइन हाजिर करवाया। इसी दौरान सोनू गुप्ता के पास महिला वूमेन सेल की एसीपी के दफ्तर से फोन आया कि एसीपी सोनू गुप्ता के मामले की जांच करेंगी और सोनू को बुलाया गया। जब सोनू गुप्ता महिला एसीपी मोनिका के पास पहुंचे तो महिला एसीपी भी दोषी पुलिस कर्मियों का बचाव करते नजर आईं। सोनू गुप्ता के मुताबिक एसीपी ने उनसे कहा कि वह उन्हें उनके द्वारा दिए गए रिश्वत के पैसे पुलिसकर्मियों से वापस दिलवा देंगीं। लेकिन सोनू गुप्ता ने रिश्वत के दिए पैसे लेने से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें ना केवल उनके रिश्वत में दिए गए पैसे वापस चाहिए बल्कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्यवाही भी चाहिए। पीड़ित सोनू के मुताबिक एसीपी मोनिका ने भी उसे दोषियों पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई उचित कार्यवाही का नहीं दिया जिसके चलते वह एसीपी कार्यालय से निराश ही लौट आया । बता दे की सोनू गुप्ता लगभग 3 महीने से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही कराने के लिए पुलिस के बड़े अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री दरबार के चक्कर काट चुके हैं लेकिन सोनू गुप्ता को न्याय मिलता नजर नहीं आ रहा है । सोनू गुप्ता ने बताया कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच करने वाले उच्च अधिकारी भी पुलिस के अधिकारी हैं इसलिए वे उन पुलिसकर्मियों का बचाव कर रहे हैं । अब सोनू गुप्ता ने चेतावनी दी है यदि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीनियर अधिकारी उचित कार्यवाही करके उन्हें न्याय नहीं दिलवाया तो वह न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे।