डॉ दिलीप अग्निहोत्री
योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से उभरकर एक उद्यम प्रदेश एवं विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हुआ है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए प्रदेश की जनता का सकारात्मक सहयोग प्राप्त हुआ है। किसी भी प्रदेश के विकास में निवेश का योगदान बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे जहां औद्योगिक उत्पादन बढ़ता है, वहीं परोक्ष व अपरोक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होते है। लेकिन इसमें अनेक तत्व समाहित होते हैं। निवेश के लिए इन सभी तत्वों पर एक साथ कार्य करना होता है। इनमें से कोई एक तत्व भी कमजोर हुआ तो निवेश का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो जाता है। इनमें जमीन के अलावा बिजली ,पानी, सड़क ,अपरिहार्य होते हैं। इनके होते हुए यदि प्रशासनिक व्यवस्था ठीक न हुई तो शुरुआत में ही ब्रेक लग जाता है। प्रदेश में सुरक्षा, कानून व्यवस्था का बेहतर वातावरण निर्मित हुआ है। विकास की बड़ी-बड़ी परियोजनाएं तीव्र गति से आगे बढ़ रही हैं। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे प्रदेश बन चुका है। देश और दुनिया में प्रदेश निवेश के बेहतरीन गन्तव्य के रूप में जाना जा रहा है। राज्य में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं.
नये लखनऊ को ग्रेटर लखनऊ के रूप में विकसित किया जा रहा है। किसान पथ को पचास वर्ष की दूरगामी सोच के साथ लखनऊ के विकास को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का एक अनमोल उपहार है। किसान पथ पर निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। लखनऊ की कनेक्टिविटी गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज व दिल्ली के साथ बेहतर हुई है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जनता की सेवा में तत्पर है। लखनऊ एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट के रूप में जाना जा रहा है। इस एयरपोर्ट का विस्तार होने जा रहा है।
बुनियादी ढांचे का विकास किसी भी क्षेत्र, राज्य व देश के लिए बहुत अहमियत रखता है। जिस क्षेत्र, राज्य व देश में आवागमन तेजी एवं निर्बाध रूप से हो, उस क्षेत्र, राज्य व देश को विकसित होने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के कार्यालयों में कार्य करने वाले लोगों की सोच में ही बदलाव आया है। अब लोगों की सोच बिजनेस फ्रेण्डली हो गयी है। यह सब प्रदेश की चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था से ही सम्भव हो सका है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में रहने वाले लोग भी करते हैं। जब तक किसी भी राज्य एवं शहर की कानून व्यवस्था सुदृढ़ नहीं होगी तब तक उस राज्य एवं क्षेत्र का विकास सम्भव नहीं होगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एवं ईज ऑफ लिविंग में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग बढ़ी है। योगी आदित्यनाथ ने अपनी दूसरी पारी के सौ दिनों के भीतर नया अध्याय लिखा था. उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तीसरी बार इनवेस्टर्स समिट हुई थी.
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने उस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ किया था. उन्होंने अस्सी हजार करोड़ रुपए से अधिक निवेश की चौदह सौ से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया था. यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इसे आगे बढ़ाया जा रहस्य है। पहले उद्योगों के लिए माहौल बनाया, जहां कोई आना नहीं चाहता था अब वहां लोग निवेश कर रहे हैं। आज यहां सकारात्मक माहौल है। पहला ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2018 और दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2019 को आयोजित किया गया था। पहले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान 61,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 81 परियोजनाओं की नींव रखी गई थी। जबकि दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में 67,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली 290 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। विगत करीब छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने राज्य में रिकॉर्ड निवेश आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए हैं. ये निवेश विविध क्षेत्रों को कवर करते हैं.