विनोद सिंह, गुजरात
वडोदरा में 100 करोड़ की बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्ज़ा कर ईमारत का निर्माण किया गया था. इसी मामले में कोर्ट के आदेश के बाद एक्शन लेते हुए 10 हजार स्क्वायर फीट में बने ‘व्हाइट हाउस’ नाम के बंगले सहित अवैध डुप्लेक्स को बुलडोज़र ने ज़मींदोस्त करने की करवाई शुरू कर दी है।
गुजरात के वडोदरा शहर में एक बेहद खूबसूरत बंगले को ढहा दिया गया. वडोदरा शहर के दंतेश्वर इलाके में व्हाइट हाउस के नाम से चर्चित आवासीय बंगले वड़ोदरा नगर निगम ने बुलडोज़र चला दिया है । वड़ोदरा नगर निगम की टीम इसके लिए शहर के सर्वेक्षण अधीक्षक कार्यालय के एक पत्र के बाद नोटिस जारी की थी. सरकारी जमीन पर यह बंगला बना हुआ था. इसके बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. विपक्षी कांग्रेस पार्टी काफी समय से इस मामले को लेकर अधिकारियों पर निशाना साध रही थी.
इस मामले में गुजरात लैंड ग्रैबिंग अधिनियम, 2020 के तहत मामले के संबंध में शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा सरकारी ज़मीन हड़पने के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था और जब जांच की गई तो ये बात साफ़ हो गई की ये ज़मीन सरकार के मलिकी की थी जिसपर संजय परमार ने आलीशान बंगले का निर्माण किया था.। इस गोरखधंधे में वड़ोदरा नगर निगम के तीन कर्मचारी भी शामिल थे जिन्होंने ऐसे दस्तावेज तैयार किए थे, जिनसे अभियुक्तों को ज़मीन हड़पने में मदद मिली थी, उन्हें इस अपराध के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
VMC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शहर के सर्वेक्षण अधीक्षक ने बंगले को खत्म करने के लिए नागरिक निकाय से मदद मांगी गई थी जिसके बाद वीएमसी ने काम के लिए मशीनरी और मजदुर दिए और अधिकारियो ने बुधवार से डेमोलिशन का काम शुरू किया। गौरतलब है कि व्हाइट हाउस का यह बंगला एनए के एक फर्जी आदेश के आधार पर बनाया गया था/ व्हाइट हाउस का बंगला 100 करोड़ से ज्यादा की सरकारी जमीन पर बना था। शुरुआत में 5 डुप्लेक्स तोड़े गए और बाद में बंगले की चारदीवारी को तोड़ा गया। हालांकि,मौके पर पहुंचे भूमिया संजय सिंह के पुत्र कुमार सिंह परमार ने कहा कि दस्तावेज मेरी मां के नाम है. हाई कोर्ट ने निर्माण तोड़े जाने पर रोक लगा दी है। जिसके बाद तोड़क करवाई कुछ देर रुकी रही । लेकिन बाद कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी और 10 हजार स्क्वायर फीट में बने व्हाइट हाउस को ध्वस्त कर दिया गया था।
भूमिया संजयसिंह परमार ने वाघोडिया रोड डी मार्ट के पीछे स्थित 100 करोड़ की सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज बनवाकर उसपर कब्ज़ा कर अपना आलीशान बंगला बनवाया था । बंगले को व्हाइट हाउस के नाम से जाना जाता था। साथ ही बाकी जमीन में ग्रैंड डुप्लेक्स की योजना रखी गई। इसको लेकर पिछले कुछ समय से कानूनी कार्यवाही चल रही थी। आखिरकार वड़ोदरा के कलेक्टर ने सरकारी जमीन हड़पने वाले संजय सिंह परमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का आदेश दिया और उस आदेश के आधार पर भू-माफिया संजय सिंह परमार और उसकी पत्नी लक्ष्मी बहन समेत तीन के खिलाफ क्राइम ब्रांच में जमीन हड़पने का मामला दर्ज किया गया था.सरकारी जमीन पर बने व्हाइट हाउस से सटे 1 लाख स्क्वायर फीट जगह में डुप्लेक्स स्कीम शुरू की गई थी.आज सुबह 5 जेसीबी की मदद से अवैध रूप से बने 5 डुप्लेक्स को तोड़ा गया। फिर व्हाइट हाउस को भी ध्वस्त कर दिया गया। 100 करोड़ रुपये की जमीन को खाली कराने की कार्रवाई शुरू होने के बाद पुलिस बल का कड़ा बंदोबस्त किया गया था।