पांच लोगों की मौत, 300 से ज्यादा पहुंचे अस्पताल
खतरनाक गैस से पेड़-पौधे झुलसे, तड़प रहे जानवर

अमरावती (आंध्र प्रदेश) : औद्योगिक नगर विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव से पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन सौ से ज्यादा बीमार लोगों को नजदीती अस्पताल पहुंचाया गया है। सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। चारों ओर चीख—पुकार से हाहाकार मचा है।

आशंका जताई गई है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासन प्रभावित क्षेत्र गोपालपुरम को खाली कराने में लगा है। गैस रिसाव का असर इंसानों पर ही नहीं बल्कि पेड़-पौधों और जानवरों पर भी पड़ा है। इलाक़े के हरे पेड़-पौधे बुरी तरह से झुलस गए हैं, एक कुत्ता भी तड़पता हुआ दिखाई दिया। गैस रिसाव की सूचना फैलते ही लोगों को इलाका छोड़ते देखा गया है।

इस गैस लीक से 3 किमी. का इलाका प्रभावित हुआ है. एहतियातन 6 गांवों को खाली करा लिया गया है. प्लांट से जो गैस लीक हुई है, उसका नाम स्टाइरीन बताया जा रहा है. अब खबर आ रही है कि प्लांट से गैस का रिसाव एक बार फिर शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक हालात पर काबू पाने में कुछ घंटों का समय लग सकता है।

बता दें कि विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में रात करीब ढाई बजे एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीक हो गई. इस कारण वहां मौजूद लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई है.

पीएम मोदी ने ट्ववीट कर लिखा, ‘मैंने विशाखापट्टनम की स्थिति के बारे में MHA (गृह मंत्रालय) और NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के अधिकारियों से बात की है जिस पर कड़ी नज़र रखी जा रही है. मैं विशाखापट्टनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं.’ पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी से बातचीत की है. उन्होंने सभी मदद और सहायता का आश्वासन दिया।

अमरावती सचिवालय के सूत्रों के अनुसार मख्यमंत्री आज दोपहर में स्थिति का जायजा लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचेंगे। राजस्व विभाग और पुलिस इलाके घरों की तलाशी लेने में जुटी है। बताया जा रहा है कि यह रिसाब रात करीब 3 बजे हुआ, जब लोग गहरी नींद में थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लम्बे लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलीमर्स में बुधवार से ही काम शुरू हुआ था। साउथ कोरिया की यह कंपनी विशाखापट्टनम के पास वेंकटापुरम में स्थित है। इसी गांव के लोग गैस रिसाब का ज्यादा प्रभाव है।

विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी विनय चंद के अनुसार वे एनडीआरएफ की टीम के साथ राहत और बचाव कार्य में लगे हैं और स्थिति पर तेजी से नियंत्रण पाया जा रहा है। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गैस का रिसाव पांच किलोमीटर के दायरे में हुआ है, जिससे करीब दो हजार लोगों के प्रभावित होने की आशंका है।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार सांस लेने की तकलीफ होते ही कुछ लोग पड़ोसी गांव मेघध्रिगाड़ा की ओर भाग निकले। वहीं जो लोग बेहोश हो गए उन्हें प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगे हैं। गैस रिसाव की घटना में कारखाने के आसपास सड़कों पर कुछ जानवर और पक्षी मृत पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है।

 

 

 

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