‘‘सद्ज्ञान व्यक्ति को नर से नारायन बना सकता है’’………उमानंद शर्मा।
गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत‘‘सिटी इंटरनेशनल स्कूल एवर ग्रीन कैम्पस देवां रोड लखनऊ’’ के पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 395वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्त्री श्रीमती सावित्री शर्मा ने अपने पूर्वजों की स्मृति में भेंट किया। उमांनद शर्मा ने छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘सद्ज्ञान व्यक्ति को नर से नारायन बना सकता है, श्री वी.के. श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखे तथा संस्था की उपप्रधानाचार्या श्रीमती कुसुम श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, वी.के. श्रीवास्तव, अनिल भटनागर, शिवम, बृजेश तथा संस्था की प्रधानाचार्या श्रीमती रेनू बक्शी, प्रबन्धक पी.के. सिंह, उपप्रधानाचार्या श्रीमती कुसुम श्रीवास्तव, शिक्षक /शिक्षिकायें सहित छात्र-छात्रायें, मौजूद थे।