रोटियों की तलाश
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इन रोटियों की ही तलाश में ही
वे आये थे गाँव से उजड़कर शहर में
रोटियों की ही ख़ातिर उन्होंने
फ़ैक्टरी में लोहा गलाया
और गलाया अपना हाड़मांस
अचानक रोटी की तलाश में
वे फिर से गाँव की ओर रुखसत हुए
लेकिन इससे पहले कि वे रोटी खा पाते
उनके गलाये गए लोहे की
पटरियों और पहियों के बीच
कुचल दिया गया उनका हाड़मांस