डा आशीष तिवारी, सीनियर फिजीशियन, मुम्बई
घर से निकलें धूप से खूब नहाये
मुफ्त का विटामिन डी घर ले आयें
मुम्बई। विटामिन डी एक हारमोन है जो मानव शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है । शरीर की प्रत्येक कोशिका में इसके रिसेप्टर्स पाये जाते हैं । हमारे शरीर की त्वचा सूर्य की किरणों और कोलेस्टेराॅल की सहायता से विटामिन डी का स्वतः निर्माण कर लेती है । चूंकि लाॅकडाउन में पूरा देश घर के अंदर कैद है खासकर वो परिवार जो फ्लैट्स में रहते हैं । अतः इस बात की पूरी संभावना है कि देश की तमाम जनसंख्या में विटामिन डी की कमी हो रही हो । सम्पूर्ण विश्व में लगभग 1 अरब से अधिक लोगों में प्रायः इस विटामिन की कमी होती है । उसमें भी मेट्रो शहरों के लोग अधिक होते हैं ।
हमें प्रतिदिन कम से कम 400 से 800 IU विटामिन डी की आवश्यकता होती है । यह विटामिन शरीर की हड्डियों को मजबूत रखता है । कैल्सियम को रक्त से हड्डियों तक पहुँचाता है । प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून एफीशिएंसी)को बढ़ाता है । माँसपेशियों का रखरखाव करता है । रक्तदाब (ब्लड प्रेशर) और ह्रदय (हर्ट) की देखभाल करता है । मधुमेह (डायबिटीज) में रक्त-शर्करा ( ब्लड सुगर) के नियंत्रण में सहायता करता है। कर्क रोग (कैंसर) जैसी घातक बीमारी से लड़ने में सहायता करता है ।
वो रिस्क फैक्टर्स जिनसे विटामिन डी की कमी हो सकती है
- गहरे रंग की त्वचा वाले व्यक्ति
- अधिक आयु
- मोटापा
- शाकाहारी जो डेयरी उत्पाद जैसे दूध आदि न लेते हों या मांसाहारी जो मछली आदि का सेवन न करते हों
- इक्वेटर से दूर जगहों पर रहने वाले जहाँ सूर्य की रोशनी की कमी रहती हो
- सन्सस्क्रीन का अधिक प्रयोग करने वाले
- अधिकतर समय घर के अंदर रहने वाले
- धूम्रपान करने वाले
- कुछ विशेष दवायें खाने वाले
- लीवर और किडनी की बीमारियाँ आदि
विटामिन डी की कमी के लक्षण निम्नलिखित हैं…
बार बार बीमार पड़ना – चूँकि इसकी कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और शरीर वायरस, बैक्टीरिया आदि से लड़ने में शिथिल हो जाता है । खासकर सर्दी और खांसी जैसी बीमारियाँ बार बार होने लगती हैं ।
थकान और कमजोरीका बने रहना
- हड्डी और कमर का दर्द
- मानसिक अवसाद
- घाव भरने में देरी
- हड्डियों का कमजोर होना
- बालों का झड़ना
- माँसपेशियों में दर्द आदि
विटामिन डी पाने के तीन सुलभ तरीक…
- सप्ताह में कम से कम तीन दिन 15-20 मिनट तक धूप में रहें । सुबह की धूप अपेक्षाकृत उत्तम है ।
- खाद्यपदार्थों से – काॅड लीवर आयल, स्वार्ड फिश,अंडा का पीला भाग,विटामिन डी फोर्टीफाइड दूध औरआरेंज जूस, चीज,मशरूम आदि से विटामिन डी मिल जाता है ।
- न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स से (चिकित्सक की सलाह लें )
आज जो कोरोना के संक्रमण का भयंकर खतरा चल रहा है । इसमें दुनियाभर मे हो रहे तमाम शोधों में यह तथ्य सामने आ रहे हैं कि विटामिन डी कोरोना से लड़ने में भी सहायक है । अतः विटामिन डी के बारे में जागरूक बने और अपने शरीर में इसकी कमी को होने से बचायें ।