लखनऊ- कोरोना की वजह हुए लाकडाउन से जो जहां था वो वहां फसा हुआ था। लेकिन अब जब लोगों सब्र धीरे दीरे टूटने लगा और राज्य सरकारे मदद करने में नाकाम होती रही तो बेचारे गरीब मजदूर पैदल या साईकिल से ही अपने पूरे परिवार को लेकर सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने वतन के रास्ते पर निकल पड़े। इसे देखते हुए सरकार ने प्रवासी मजदूर स्पेशल ट्रेन चला दी। कुछ प्वासी मजदूर इसके जरिये अपने वतन तक का रास्ता तय तो कर लिये। लेकिन अब यही लाचार बेबस मजदूर अपने वतन के लिये ही कोरोना बम साबित हो रहे हैं। इन कोरोना बम का हमला लगातार जारी हैं। और आने वाले कुछ समय तक जारी रहेगा। इस बात को सरकार भी बखुबी समझ रही हैं। इनकी वजह से अब तक जो गांव के इलाके कुछ सुरक्षित थे वो भी अब कोरोना की जद में धीरे धीरे आते जा रहे है। हाल में कुछ आकड़ें आये हैं जिसे पढ़ कर आप खुद समझ जायेगें कि किस तरह से प्वासी कोरोना बम का हमला जारी हैं।
- गाजीपुर में गुरुवार को दिल्ली, मुंबई और सूरत से लौटे चार युवक कोरोना पाजिटिव मिले।
- बस्ती-गोरखपुर मंडल में मुंबई-दिल्ली से लौटे 11 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव, इनमें से चार-चार बस्ती और सिद्धार्थनगर के, जबकि दो महराजगंज के और एक मरीज संतकबीरनगर जिले का रहने वाला है।
- प्रयागराज के पांच नए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें एक परिवार के चार लोग हैं जो सरायइनायत के लंगड़ीपुर के हैं। ये चारों लोग टेंपो से मुंबई से प्रयागराज पहुंचे थे। एक अन्य युवक मुम्बई से टेम्पो से आया था, पॉजीटिव पाया गया है।
- बलरामपुर में गुरुवार को कोरोना संक्रमित तीन मरीज पाए गए हैं। यह सभी दूसरे प्रदेशों से आए हैं।
- मऊ में एक और कोरोना पॉजिटिव मिल, 5 मई को मुम्बई से आजमगढ और वहां मऊ टेम्पो से पहुंचा था।
- बहराइच में फिर मिले 11 कोरोना संक्रमित मरीज, सभी संक्रमित मरीज हाल ही में मुम्बई से लौटे हैं।
अन्य राज्यों का हाल
- -दून में दिल्ली-मुंबई से लौटे तीन लोग कोरोना संक्रमित
- -झारखंड में एक दिन में सात पॉजिटिव मरीज मिलें, ये सभी सूरत, अहमदाबाद और कोलकाता से आए थे