कोरोना संकट (Coronavirus) के चलते नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट्टे (Mark Rutte) अपनी मां को अंतिम विदाई देने भी नहीं पहुंच सके. उनकी मां का 96 वर्ष की उम्र में 13 मई को निधन हो गया था. प्रधानमंत्री रुट्टे की मां हेग शहर स्थित अपने घर में रह रही थीं. रुट्टे के लिए अंतिम समय में अपनी मां के पास पहुंचना मुश्किल नहीं था, लेकिन उन्होंने लॉकडाउन के नियमों का पालन करने हुए न जाने का फैसला लिया. हालांकि, प्रधानमंत्री की मां का निधन कोरोना संक्रमण के चलते नहीं हुआ है.
रुट्टे ने प्रवक्ता ने बताया कि, ‘कोरोना संक्रमण के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए लगाये गए लॉकडाउन को देखते हुए प्रधानमंत्री ने आखिरी समय में भी अपनी मां से मिलने न जाने का फैसला लिया. वे सभी नियमों का पालन कर रहे हैं’. वहीं, डच मीडिया का कहना है कि प्रधानमंत्री की मां की मृत्यु COVID-19 से नहीं हुई है. बल्कि वह पहले से बीमार थीं.
PM रुट्टे ने अपनी मां के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘यह पूरे परिवार के लिए मुश्किल समय है. हमें मां की यादों के सहारे ही जीना है. हमने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में मां को अलविदा कह दिया है और ईश्वर से प्रार्थना है कि हमें यह दुःख सहने की शक्ति दे’.
नीदरलैंड ने कई अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में कम सख्त लॉकडाउन लगाया हुआ है. डच अधिकारियों ने सोमवार से केयर होम जाने के लिए लोगों को मंजूरी देना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि यहां कोरोना के चलते अब तक पांच हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.