डॉ दिलीप अग्निहोत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आपदा काल में भी एक साथ अनेक मोर्चों पर सक्रिय है। कोरोना से बचाव व इलाज के व्यापक प्रबन्ध किये गए है। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े प्रत्येक बिंदुओं पर मुख्यमंत्री का ध्यान रहता है। यहां तक कि बीमार लोगों को सुपाच्य भोजन और गुनगुना पानी उपलब्ध होने का वह स्वयं संज्ञान लेते है। कोविड़ अस्पताल,बेड,आदि का भी रिकार्ड कायम हुआ। अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों कामगारों का भी कीर्तिमान बना था। विपक्ष को पूरा विश्वास था कि योगी इस समस्या में उलझ जाएंगे। उनके सब किये धरे पर पानी फिर जाएगा। लेकिन हुआ इसका उल्टा। योगी ने इस समस्या को भी अवसर में बदल दिया। श्रमिक कामगारों को सुरक्षित व सम्मान के साथ गंतव्य तक ही नहीं पहुंचाया,अब उनको रोजगार देने का भी कीर्तिमान कायम होने जा रहा है। मुख्यमंत्री लगातार सभी कार्यों की समीक्षा कर रहे है। कार्ययोजना बना रहे है,और युद्ध स्तर पर उनका क्रियान्वयन भी सुनिश्चित कर रहे है। इस सभी आपदा प्रबंधन कार्यों के साथ पौधरोपण का भी कीर्तिमान कायम किया जाएगा। वह सदैव पर्यावरण,प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण कर प्रति संवेदनशील रहे है।

मुख्यमंत्री बनने के बाद से उन्होंने इसके संवर्धन हेतु लिए व्यापक योजना बनाई। पौधरोपण का भी कीर्तिमान बनाया। इस बार योगी आदित्यनाथ अपने ही कीर्तिमान को बहुत पीछे छोड़ देंगे। उनका कहना है कि पर्यावरण,प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए पौधरोपण अपरिहार्य है। इसके लिए पच्चीस करोड़ पौधारोपण की कार्ययोजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्थलों को चिन्ह्ति करने के निर्देश दिए है। लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण भी सुनिश्चित करना होगा। पौधारोपण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। श्रमिकों को इस अभियान का भी लाभ मिलेगा। योगी ने केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाई जारी है।उनको आवश्यकतानुसार बैंक से ऋण उपलब्ध कराने में एमएसएमई विभाग द्वारा सहायता दी जाएगी। योगी ने एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के गठन की कार्यवाही को तत्काल अन्तिम रूप देने के निर्देश दिए हैं। कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके दृष्टिगत टीम के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए समस्त आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। मेडिकल स्क्रीनिंग टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर,पल्स आॅक्सीमीटर उपलब्ध रहेंगे। टीम के सदस्यों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। योगी आदित्यनाथ की कार्ययोजना के चलते श्रमिक कामगार रोजगार का भी कीर्तिमान बनेगा। छब्बीस जून को देश का सबसे बड़ा रोजगार कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। इसके अंतर्गत सवा करोड़ लोगों को रोजगार देने की तैयारी है। इसका शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वह छह जिलों के मजदूरों से बात भी करेंगे। इनमें पैसठ लाख श्रमिक मनरेगा योजना के अंतर्गत उस दिन काम शुरू करेंगे।

प्रधानमंत्री ने प्रवासी श्रमिकों के लिए शुरू किए गए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ बीस जून को बिहार से किया था। यूपी ने इस अभियान के अंतर्गत सबसे अधिक लाभ उठाने के लिए सवा करोड़ लोगों को रोजगार देने की योजना तैयार की है। इसमें मनरेगा श्रमिक, स्वयं सहायता समूह व इस अभियान से जोड़े गए विभिन्न कार्यों से जुड़े लाभार्थी शामिल होंगे। प्रदेश के इकतीस जिलों के लिए करीब नौ सौ करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयारी की गई है। अभियान के पहले दिन एक साथ करीब पैसठ लाख लोगों को एक साथ रोजगार देने की तैयारी है। यह अभियान एक सौ पच्चीस दिनों तक चलेगा। इससे स्थानीय स्तर पर करीब साठ हजार परिसंपत्तियों का निर्माण होगा। करीब आठ सौ चौहत्तर करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अगले चार महीने में सरकार मनरेगा के अंतर्गत करीब अड़तालीस सौ करोड़ रुपये खर्च कर लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड से यूपी को बावन करोड़ रुपये का आवंटन किया है। यह रकम प्रवासी श्रमिकों की देखभाल व सहायता में खर्च की जाएगी।

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