डॉ दिलीप अग्निहोत्री
भारत और चीन के प्रति भारत सुदृढ़ नीति पर अमल कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह लद्दाख में दिए गए सन्देश को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने दो दिवसीय यहां की यात्रा में सैन्य कमांडरों व प्रसासनिक अधिकारियों के साथ सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। राजनाथ सिंह ने अमरनाथ धाम जाकर पूजा अर्चना की। उनकी इस यात्रा का मात्र आध्यात्मिक महत्व ही नहीं था। बल्कि उन्होंने इसके माध्यम से सीमा पार के आतंकवादियों को कठोर सन्देश दिया है। आतंकवादी अपनी फितरत के अनुरूप अमरनाथ यात्रा में व्यवधान डालने का प्रयास करते है। राजनाथ सिंह ने सुरक्षा बलों को मुंहतोड़ जबाब देने के निर्देश दिए थे। उनकी यात्रा ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों का उत्साह बहुत बढ़ाया है। सेना और पुलिस के संयुक्त ऑपेरशन में दो दिन के भीतर सात आतंकी ढेर किये गए।
अमरनाथ यात्रा इक्कीस जुलाई से शुरू होनी है। आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। रक्षा मंत्री पहले दिन लेह का दौरा करने के बाद श्रीनगर पहुंचे थे। वहां चिनार कॉर्प्स के कमांडर के साथ उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के संबन्ध में विचार विमर्श किया। इसके पहले वह एलओसी की फॉरवर्ड लोकेशंस पर गए थे। यहां उन्होंने सैनिको से संवाद किया,उनका उत्साह बढ़ाया। रक्षामंत्री ने आतंकी घुसपैठ को सख्ती से रोकने के निर्देश दिए। इस संबन्ध में कई गई तैयारियों की समीक्षा भी की। रक्षामंत्री ने सेना से कहा कि दुश्मनों की किसी भी गलत हरकत से निपटने के लिए मुस्तैद रहें। रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद रहे।
राजनाथ ने जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर जी सी मुर्मू,चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी,सेंट्रल आर्म्ड पैरामिलिट्री फोर्स के सीनियर अफसरों और इंटेलीजेंस एजेंसीज के साथ भी मीटिंग की। सुरक्षा व्यवस्था के लिए एजेंसियों के तालमेल को प्रशंसनीय बताया।कुछ दिन पहले राजनाथ सिंह ने वर्चुअल संवाद में भारत की सुदृढ़ नीति को रेखांकित किया था। तब उन्होंने कहा था कि भारत शांति चाहता है। अपनी तरफ से विश्व शांति के प्रयास भी करता है। किंतु सीमा पर गड़बड़ी करने वालों को जोरदार जबाब देने का हौसला भी रखता है। उनका कहना था कि अगले पांच साल में जम्मू कश्मीर की तस्वीर इतनी बदल देंगे कि पीओके से ही भारत में विलय की मांग होगी। भारत जबसे पीओके का मौसम बताने लगा हैं तब से पाकिस्तान का मौसम बिगड़ गया है। हमारे चैनल गिलगित मुजफ्फराबाद का तापमान और मौसम का हाल बता रहे हैं। इससे इस्लामाबाद में भी कुछ हरारत महसूस होने लगी है। पाकिस्तान की नापाक हरकतों के लिए उसकी निकम्मी सरकार और आतंकपरस्त फौज को जिम्मेदार बताया। रक्षा क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। राफेल लड़ाकू विमान सेना में शामिल होने के बाद हमारी वायुसेना की