डॉ दिलीप अग्निहोत्री
कोरोना आपदा प्रबन्धन के प्रारंभिक चरण में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई विशेष कदम उठाए थे। इसमें एकीकृत कंट्रोल रूम की स्थापना भी शामिल था। इसके माध्यम से जरूरतमन्दों तक शीघ्र राहत पहुंचाना संभव हुआ था। इसी के साथ समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान करना भी आसान हो गया था। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने शासन द्वारा तय की गई व्यवस्थाएं प्रत्येक जनपद में समान रूप से लागू करने के निर्देश दिए है। प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किए जाएंगे। जिसके माध्यम से आपदा प्रबंधन कार्यों की माॅनीटरिंग की जाएगी। कण्टेन्मेण्ट जोन के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर निर्णय लिए जाएंगे। आवश्यकता के अनुरूप सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। डोर टू डोर सर्वे अभियान का व्यापक स्तर पर संचालन जारी रहेगा। रैपिड टेस्ट भी चलते रहेंगे। प्रत्येक जिले में रैपिड टेस्ट किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है।
योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया कि कोविड हाॅस्पिटल में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं। सर्वे के समय कोविड रोगी की स्थिति के अनुसार उसे एल वन टू या थ्री अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। सर्वे संबन्धी कार्य मिशन मोड में संचालित किया जाएगा। उन्होंने इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते जाने के निर्देश दिए। सभी जनपदों के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। मिनी लॉक डाउन में स्वच्छता व संचारी रोग नियंत्रण अभियान सम्बन्धी गतिविधियों को संचालित किया जाएगा। इनमें सेनेटाइजेशन फॉगिंग,स्वच्छता,शुद्ध पेयजल,आदि कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के जिला प्रशासन के अधिकारियों को कोविड के सन्दर्भ में शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के अनुपालन का निर्देश दिया।