सलिल पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार, मिर्जापुर.

 

मेलों से बेरोजगारों को काम मिलता है : गांव-गरीब नेटवर्क

मिर्जापुर, 24/9. विजयादशमी के अवसर पर स्थापित होने वाले मां दुर्गा के पूजा-पंडालों की स्थापना को लेकर आयोजकों के संशय पर DM श्री सुशील कुमार पटेल ने स्पष्ट किया कि शासन की गाइडलाइन अभी इस संबन्ध में नहीं प्राप्त हुई है, जैसे ही गाइडलाइन आएगी तत्काल उसकी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी । उन्होंने उम्मीद जताई की कुछ ही दिनों में कोई दिशा-निर्देश सरकार जारी करेगी क्योंकि यह पूरे प्रदेश का मामला है। हर जिले में पूजा-पंडाल स्थापित होते हैं । अतः पूरे प्रदेश को ध्यान में रखकर निर्देश जारी होगा।
गुरुवार को गांव-गरीब नेटवर्क की ओर से DM श्री पटेल को जब अवगत कराया गया कि 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र के दौरान भिन्न-भिन्न तिथियों में नगर सहित ग्रामीण अंचलों में जो पूजा पंडाल लगते हैं, उसमें स्थापित होने वाली मूर्तियों को कलाकार एक महीना पूर्व से निर्मित करते हैं। आयोजक उन्हें आर्डर देते हैं । अतः जितनी जल्दी नियमों की जानकारी हो जाएगी, उतनी सुविधा आयोजकों और शिल्पकारों को होगी। इन पंडालों में जन-जन की भागीदारी होती है। आम जनता और उदारमना लोग आर्थिक सहयोग देते हैं तब दृर्गोत्सव सम्पन्न हो पाता है।

भरतमिलाप जुलूस

DM श्री पटेल को बताया गया कि विजयादशमी के बाद नगर सहित ग्रामीण अंचलों में कई सौ वर्षों से भरतमिलाप जुलूस भी निकाले जाते हैं। इसे निकालने पर भारी संख्या में कलाकारों को आजीविका मिलती हैं। छोटे-छोटे दुकानदारों की आजीविका इन उत्सवों से जुड़ी रहती हैं। वे भी महीने भर पहले से अपनी व्यवस्था बनाते हैं। ढेरों बेरोजगारों को काम मिलता है । ऐसी स्थिति में ये उत्सव बहुत महत्त्वपूर्ण हैं । जिले में काम के अभाव में बेरोजगारी की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाएगी।

प्रशासन संवेदनशील है

कोरोना से उत्पन्न जटिलताओं से खुद भी व्यथित DM श्री पटेल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गाइडलाइन शीघ्र आ जाएगी। आते ही वे बैठक कर स्थिति स्पष्ट कर देंगे। मेलों में आम आदमी की भागीदारी तथा लोगों को काम मिलने की बात पर DM श्री पटेल और भी गंभीर हुए। वार्ता के क्रम से प्रतीत हुआ कि अगले सप्ताह तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

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