मॉस्को। रूस के लूनर मिशन (Chandrayaan-3 Landing) को तगड़ा झटका लगा है। दुनिया भर की नजरें रूस के मिशन पर थीं। पर तकनीकी खामी के बाद रूस का मिशन लुढकता हुआ दिख रहा है। अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के मुताबिक, लूना-25 पर कुछ तकनीकी खामी आ गई है। जिसकी वजह से मिशन ने असामान्य स्थिति का अनुभव किया। इसके बाद दुनिया भर के लोग रूस के मिशन के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या रूस का मिशन, भारत के चंद्रयान 3 से पिछड़ जाएगा।
रूस के मिशन की 21 अगस्त को चंद्रमा पर लैंडिंग
रूस का मिशन लूना (Chandrayaan-3 Landing)आगामी 21 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने की तैयारी कर रहा है, जबकि चंद्रयान 3 आने वाले 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने की तैयारी में है। रूस के मिशन ने भारत के चंद्रयान से करीब एक महीने बाद उड़ान भरी थी। फिर भी वह दो सप्ताह में ही चंद्रमा पर लैंड करने के लिए तैयार है। यह भी कहा जा रहा है कि लूना ने चंद्रमा (Chandrayaan-3 Landing) पर लैंडिंग के लिए छोटे रास्ते का चुनाव किया है। जिसकी वजह से वह चंद्रमा पर जल्द ही लैंड करने को तैयार है। उधर, लूना में आई तकनीकी गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।