डॉ दिलीप अग्निहोत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य बनाया था। इसकी प्राप्ति हेतु केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। यह व्यापक अभियान है। इसमें कृषि उर्वरक व अन्य सामग्रियों की पर्याप्त उपलब्धता शामिल है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही यूरिया की कालाबाजारी पर प्रभावी रोक लगा दी थी। इससे किसानों को पर्याप्त यूरिया मिलने लगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी किसानों की सुविधा हेतु अनवरत प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को कोरोना काल में भी उर्वरक सहित कृषि सम्बन्धी अन्य सामग्री प्राप्त करने में कहीं कोई परेशानी नहीं हुई। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में खेती किसानी में कहीं कोई दिक्कत नही आ सकी।

केंद्रीय योजनाओं का क्रियान्वयन

उत्तर प्रदेश में शासन प्रशासन स्तर पर तय किया गया है कि केन्द्र द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में कहीं बाधा नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जन सहयोग हेतु निरन्तर तत्पर है। गोरखपुर के लिए एचयूआरएल एक उपलब्धि है। वर्ष 1990 में खाद कारखाना बन्द हुआ था। प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2016 में एचयूआरएल उर्वरक संयंत्र का शिलान्यास किया गया। केन्द्रीय उर्वरक मंत्री सदानन्द गौड़ा ने कहा कि पहले अस्सी से नब्बे लाख मीट्रिक टन खाद का आयात करना पड़ता था। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भरता के विजन के अनुरूप आयात पर निर्भरता समाप्त करने के उद्देश्य से गोरखपुर समेत पांच स्थानों पर नए उवर्रक प्लांट लगाए जा रहे हैं। इन खाद कारखानों से बाँसठ लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन सुनिश्चित होगा। गोरखपुर का खाद कारखाना शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश तथा बिहार के किसानों को समय से और उचित मूल्य पर यूरिया खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी। प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता से कोविड काल के बावजूद खाद की बिक्री में साठ प्रतिशत व्रद्धि हुई है।

शीघ्र पूर्ण होगा संयंत्र

योगी आदित्यनाथ व केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने जनपद गोरखपुर में लगभग आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लि एचयूआरएल कारखाने के विकास कार्यों का भौतिक निरीक्षण किया। कार्य प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि निर्माण कार्य तेजी से प्रारम्भ हुआ है। जब विगत एक वर्ष से पूरी दुनिया कोविड से त्रस्त रही, उसके बावजूद निर्माण कार्य की प्रगति संतोषजनक है। विश्वास है कि निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत इसका निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा। उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति का प्रस्तुतीकरण भी देखा तथा अट्ठाइस करोड़ रुपये की लागत से बने रबर चेक डैम का भी निरीक्षण किया।

26 वर्ष से बन्द था संयंत्र

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त कियस। जिन्होंने छबीस वर्ष पूर्व बन्द हो चुके खाद कारखाने का शिलान्यास कर आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार किया है। इस कारखाने से किसानों को जहां उर्वरक उपलब्ध होगा, वहीं नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि सन् 1967-68 में गोरखपुर में जापान की कम्पनी टोयो द्वारा उर्वरक संयंत्र का निर्माण किया गया था और आज पुनः यह कम्पनी एचयूआरएल बना रही है। प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है।

PM करेंगे लोकार्पण

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शीघ्र ही एचयूआरएल कारखाने का प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया जायेगा। एम्स का निर्माण कार्य भी अन्तिम चरण में चल रहा है। गोरखपुर विकास की नई ऊंचाई प्राप्त कर रहा है। इस अवसर पर केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि गोरखपुर का खाद कारखाना लक्षित जुलाई माह के अन्त की बजाय आगामी तीस जून से क्रियाशील हो जाएगा।

योगी को प्रगति का श्रेय

सदानन्द गौड़ा ने कहा कि विगत एक साल की अवधि वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित रहने के बावजूद कार्य समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ सका तो इसका श्रेय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार को है। इस खाद कारखाने का अट्ठानबे प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। गोरखपुर में खाद कारखाने को स्थापित करने की पहल सांसद के रूप में योगी आदित्यनाथ ने की। आज उनका सपना पूरा होने जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here