यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक ने दिए जरूरी निर्देश। नौ राज्यों की लैब सर्विसेज की समीक्षा बैठक में नाको प्रतिनिधि ने भी लिया भाग।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों के एड्स कंट्रोल सोसायटी के अधिकारियों ने यहाँ एक समीक्षा बैठक कर लैब सर्विसेज को और गुणवत्तापूर्ण बनाने पर मंथन किया। दो दिवसीय समीक्षा बैठक के मुख्य अतिथि यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल ने कहा कि एचआईवी जांच में हर स्तर पर बहुत ही ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए नए शोध और प्रयोग होने चाहिए ताकि रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की चूक की कोई गुंजाइश न रहे।
शेयर इण्डिया के सहयोग से आयोजित इस बैठक में नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (नाको) के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में उत्तर प्रदेश के अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर डॉ. हीरा लाल ने कहा कि एचआईवी की जाँच के सम्बन्ध में निर्धारित सभी गाइड लाइन का हरहाल में अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही एचआईवी के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में भी जनजागरूकता लायी जाए ताकि लोगों को बीमारी से बचाया जा सके। इसके लिए सामूहिक भागीदारी पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि समाज के बहुत से लोग मदद को तैयार हैं, जरूरत है उनकी पहचान कर उन तक पहुँच बनाने की।
नाको के उप महानिदेशक डॉ. यू.बी. दास ने कहा कि लैब सर्विसेज नवाचार के लिए भी कार्यवाही करते हुए एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के लिए वायरल लोड टेस्ट की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही प्रदेशों में चल रहे पायलट प्रोजेक्ट पर भी खास ध्यान दिया जाए। इसके बजट को लेकर भी चर्चा की और यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट समय पर जमा करने की बात कही । बैठक में नाको के उप महानिदेशक सेवानिवृत्त डॉ. नरेश गोयल, डॉ. भावना रोज, संजीव वर्मा, निदेशक शेयर इण्डिया डॉ. विजय येलडंडी, यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के संयुक्त निदेशक रमेश चन्द्र श्रीवास्तव व डॉ. गीता अग्रवाल, असिस्टेंट डायरेक्टर नरेंद्र सिंह और अनुज दीक्षित भी बैठक में शामिल रहे ।