डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गए मिशन शक्ति अवधारणा व्यापक है। इसमें बेटियों महिलाओं की सुरक्षा के साथ ही उनके स्वालंबन को भी समाहित किया गया है। मिशन शक्ति का दूसरा चरण आठ मार्च को महिला दिवस पर शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने इसकी तैयारियों का स्वयं जायजा लिया। इसके आयोजन में अनेक विभागों की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। मुख्यमंत्री ने इसके दृष्टिगत अंतर्विभागीय समन्वय पर बल दिया। इसके साथ ही शिक्षण संस्थाओं की भी इसमें भूमिका रहेगी। इन सभी प्रयासों के माध्यम से महिला सुरक्षा व स्वावलंबन का प्रभावी सन्देश दिया जाएगा।
सुमंगला योजना
महिला स्वावलंबन संबधी सुमंगला योजना का शुभारंभ भी योगी आदित्यनाथ ने किया था। अपने ढंग की यह अभिनव योजना है। इसमें बेटियों को शिक्षित व स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य निर्धारित किया गया। मिशन शक्ति की समीक्षा बैठक में योगी आदित्यनाथ ने इसका भी उल्लेख किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को प्रभावी ढंग से संचालित करते हुए इसे गतिशील बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा वीमेन पावर लाइन पर आने वाली शिकायतों की समीक्षा करते हुए इनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। इसमें ढिलायी बरतने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए कहा। शिकायतों का सम्बन्धित जनपदों के स्तर पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
घरौनी व विरासत में महिलाएं
स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। योगी आदित्यनाथ ने इस योजना में भी महिला स्वावलंबन का ध्यान रखा है। इसकी चर्चा भी उन्होंने मिशन शक्ति समीक्षा बैठक में की। कहा कि स्वामित्व योजना के तहत घर के पट्टे महिलाओं के नाम पर हो और घरौनी में महिला का नाम दर्ज हो। इससे यह पट्टे सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने वरासत अभियान की जनपद स्तर पर नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि निर्विवाद उत्तराधिकार को खतौनियों में दर्ज करने की कार्यवाही प्राथमिकता पर सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘मिशन शक्ति अभियान’ का द्वितीय चरण अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस आठ मार्च से चलाया जाएगा। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को अन्तर्विभागीय समन्वय से इस अभियान के द्वितीय चरण की सफलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।