सत्यम सिंह ठाकुर, गुजरात
कुछ दिनों पहले देश में बिलकुल भी बेरोज गारी नहीं है. इस तरह के बयान को लेकर चर्चा में आये गुजरात से राजयसभा सांसद राम मोकारिया एक बार फिर चर्चा में है दरअसल राम मोकारिया की एक पोस्ट ने गुजरात की सियासत में हलचल मचा दी है जिसमे उन्होंने अपनी पार्टी के यानी के बीजेपी के एक बड़े नेता पर गंभीर आरोप लगाया है।
सांसद राम मोकारिया ने अपने पोस्ट में कहा कि बीजेपी के एक अरबपति वरिष्ठ नेता ने उनसे उधार ली गई बड़ी रकम नहीं लौटा रहे है साथ ही उन्होंने ये भी कहा है की पैसे लौटाने की उनकी कोई नियत भी नहीं दिखाई दे रही है ,राम मोकारिया ने अपनी पोस्ट में और बाद में दिए गए बयान में भी ये कहा कि मैं जिस नेता से पैसा लेना चाहता हूं वह करोड़पति है लेकिन पैसे देने की उसकी नियत नहीं है। नाम लिए बगैर उन्होंने कहा की वो नेता 1980 के दशक से राजनीति में सक्रिय हैं और 1990 के दशक से सरकार में विभिन्न पदों पर रहे हैं। और कुछ समय पहले ही ये नेता उस समय सेवानिवृत्त हुए जब वे गुजरात से बाहर एक बड़े पद पर थे।
राम मोकरिया ने बताया कि साल 2008 से 2011 तक लेन-देन के मामलों और उधार देने के कारण एक बड़ी राशि बकाया थी जो मैंने कई बार लौटाने की विनती की है। अपने बकाया रुपयों के लिए कई बार मध्यस्थों से भी कह चुके हैं लेकिन नेताजी पैसा लौटाने का नाम ही नहीं ले रहे है हालांकि मोकारिया ने दावा किया कि नेताजी को जो पैसे उन्होंने दिए है उसके सारे सबूत उनके पास हैं.
बहरहाल सांसद राम मोकरिया की यह पोस्ट गुजरात के राजनीतिक गलियारों में बड़ी चर्चा का विषय बन गई है। ऐसे में मोकरिया का निहित संकेत किसके लिए है यह एक बड़ा सवाल सभी की ज़ुबान पर है।