सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 और 31 अक्तूबर को गुजरात के दो दिन के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान वह केवडिया में स्थित सरदार पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अहमदाबाद के रिवरफ्रंट का सफर सहज बनाने वाली सी-प्लेन सेवा की शुरूआत करेंगे ही इन परियोजनाओं के तहत स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए एकता क्रूज सेवा, एकता मॉल और बच्चों के लिए पोषक पार्क का भी प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा यूनिटी ग्लो गार्डन में श्री नरेन्द्र मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की वेबसाइट को भी लॉन्च करेंगे। जो कि संयुक्त राष्ट्र संघ की सभी आधिकारिक भाषाओं में उपलब्ध होगी। साथ ही वह केवड़िया ऐप को भी लांच करेंगे।
जंगल सफारी
स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के पास स्थित जंगल सफारी एक स्टेट ऑफ़ दी आर्ट जूलॉजिकल पार्क है जहाँ दुनिया के विभिन्न बायोप्रोग्राफिक क्षेत्रों इंडिजेनस और एक्सोटिक प्राणी और पक्षी है… ये पक्षी और प्राणी अंतर्राज्य, राष्ट्रिय और आंतर्राष्ट्रीय प्रोमिनेंस के अलग अलग चिड़ियाघरों से लाये गए है… यहाँ प्राणियों और पक्षियों को रखने हेतु ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के महाद्वीपों के हिसाब से क्लस्टर डिजाईन किये गए है… हालांकि यहाँ की सबसे ख़ास बात यह है की यहाँ आने वाले यात्री इन प्राणियों को खुले वातावरण में और वन की पृष्ठभूमि पर देखने का अवसर प्रदान करेंगे… विन्ध्य पर्वत इन जीवों के लिए एक आदर्श स्थान बना है…
यहाँ की और एक ख़ास बात है वाक थ्रू अविअरिएस, ये जियोडेसिक एवियरी के माध्यम से दुनिया की सबसे बड़ी दीवारों में इंडियन बर्ड्स एवियरी जो 30 विभिन्न प्रजातियों के 400 पक्षीयों का घर है… प्रत्येक प्रजाति के प्राकृतिक आवास का अनुकरण करते हुए पक्षियों के लिए बने विशिष्ट निवास में विसिटर्स उन्हें देख पाएंगे… यहाँ पिंजरे या जालियों का कोई अवरोध नहीं होगा जो की विजिटर्स को एक अलग ही अनुभव प्रदान करेगा… जानवरों को सक्रिय और फुर्तीला रखने के लिए प्रत्येक बाड़े को विशेष रूप से डिजाईन किया गया है…
इस पार्का का उद्देश्य है हमारे प्लेनेट की रिच बायोडायवर्सिटी का ज्ञान लोगों तक पहुँचाना साथ ही यहाँ पर रिक्रिएशन प्लेस भी है
• क्षेत्र: 7 अलग-अलग स्तरों की ऊँचाई पर बने 7 सेगमेंट , कुल क्षेत्रफल 375 एकड़
• प्रजाति की संख्या – 100
• पक्षियों और जानवरों की संख्या – 1100
• लाइवलीहुड जेनरेशन – 150
• पिंजरों की संख्या – 29
• फोडर प्लॉट्स डेवलप्ड – 75 एकड़
• सौंदर्यीकरण और लेंड स्केपिंग – 150 एकड़
• प्लांट्स की संख्य : 5 लाख
• दुकानों की संख्या 12
• कैफेटेरिया
एकता मॉल-
एकता मॉल में भारत की मौजूद हस्तकलाओं और पारंपरिक उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। यहां पर पूरे देश से आए उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। जिसका उद्देश्य एकता का संदेश देना है। यह मॉल 35 हजार वर्गफुट में फैला हुआ है। मॉल में 20 एम्पोरियम हैं, जो प्रत्येक राज्य का प्रतिनिधत्व करते हैं। एकता मॉल को केवल 110 दिनों में निर्मित किया गया है।
बच्चों के लिए पोषक पार्क
यह दुनिया का पहला प्रौद्योगिकी आधारित बच्चों के लिए पोषक पार्क है। जो कि 35 हजार वर्गफुट में फैला हुआ है। पार्क में एक न्यूट्री ट्रेन भी चलाई जाएगी। जिसके स्टेशन के नाम भी काफी रोचक रखे गए हैं। जिनके फलशाखा गृहम, पायोनागिरी, अन्नपूर्णा, पोषण पुराण, स्वस्थ भारत नाम दिए गए हैं। पार्क का उद्देश्य विभिन्न गतिविधियों के जरिए पोषक भोजन के प्रति जागरूकता फैलाना है। पार्क में इसके लिए मिरर मेज, 5डी वर्चुअल रियल्टी थिएटर और अगुमेंटेंड रियल्टी गेम की भी व्यवस्था की गई है।
एकता क्रूज सेवा
एकता क्रूज सेवा के माध्यम से पर्यटक फेरी बोट सर्विस के जरिए श्रेष्ठ भारत भवन से लेकर स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की छह किलोमीटर की दूरी तय कर सकेंगे। साथ ही स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के खूबसूरत नजारे का भी लुत्फ उठा सकेंगे। इस यात्रा को 40 मिनट में तय किया जाएगा। जिसमें एक नाव पर अधिकतम 200 यात्री सफर कर सकेंगे। फेरी सेवाओं के लिए नया गोरा पुल खास तौर से बनाया गया है। नाव सेवा को शुरू करने का उद्देश्य स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आने वाले पर्यटकों को बोटिंग सेवाओं का अनुभव देना है।
यूनिटी ग्लो गार्डन
पीएम यूनिटी ग्लो गार्डन में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की वेबसाइट की संयुक्त राष्ट्र की सभी आधिकारिक भाषाओं में शुरूआत भी करेंगे और केवड़िया ऐप भी लांच करेंगे। रौशनी से स्टेचू ऑफ़ यूनिटी का २५ स्क्वेर किलोमीटर इलाका जगनमा रहा है सिर्फ और सिर्फ यूनिटी ग्लो गार्डेन में ३५ लाख एलईडी बल्ब लगाए गए जिसमे रौशनी के आप कई स्वरुप देख सकते है जैसे की वन में दौड़ते हिरन हो या पेड़ पौधों के जगमगाते रंग ,ऐसा लगता है जैसे चाँद सितारों से जगमगाता आसमान धरती पर उतर आया हो ये पूरा गार्डन दुबई की तर्ज पर बनाया गया है , इसके साथ ही पुरे २५ स्क्वेर किलोमीटर में साढ़े ३ से ४ हजार एलईडी बल्ब का उपयोग कर पुरे परिषर को कायमी रूप से रौशन करने का इंतेज़ाम किया गया है
आरंभ 2020
आरंभ एक ऐसी पहल है जिसके जरिए सभी अखिल भारतीय सेवा, ग्रुप-ए केंद्रीय सेवाएं, विदेश सेवाओं के प्रशिक्षुओं को एक कॉमन फाउंडेशन पाठ्यक्रम (सीएफसी) के जरिए एक साथ लाया जाता है। इसका उद्देश्य परंपरागत रूप से विभागीय और सेवाओं स्तर पर बंटी आ रही सोच को खत्म करना है। जिससे कि अपने करियर को सिविल अधिकारी नई सोच के साथ शुरू कर सके। आरंभ का उद्देश्य सिविल अधिकारियों के अंदर विभिन्न विभागों और क्षेत्रों के साथ बिना किसी अड़चन के मिलकर काम करने की क्षमता विकसित करना है।
“आरंभ” की शुरुआत 2019 में 94वें फाउंडेशन कोर्स के तहत की गई थी। जिसमें गुजरात के केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 20 विभिन्न सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारी एक सप्ताह के लंबे कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक प्रस्तुति भी दी जाती है। साथ ही प्रधानमंत्री प्रशिक्षु अधिकारियों से सीधे संवाद भी करते हैं और उन्हें संबोधित भी करते हैं।
इस साल “आरंभ” का यह दूसरा संस्करण है। जो कि 14-31 अक्टूबर 2020 को एलबीएसएनएए में आयोजित किया जा रहा है। इसमें 18 सेवाओं और तीन भूटान की शाही सेवाओं के कुल 428 प्रशिक्षु भाग लेंगे। हालांकि महामारी को देखते हुए इस बार “आरंभ” 2020 वर्चुअल आयोजित किया जाएगा। जिसका उद्देश्य सांस्कृति विविधता में एकता की खासियत के जरिए भारत को प्रभावशाली बनाना है। साथ ही आर्थिक विविधता और उसका एकीकरण भारत की ताकत बन जाये। इसी तरह ऊर्जा, स्वास्थ्य, बड़े समारोह के लिए योग्य बनना, अनुसंधान, शिक्षा उद्योग, प्रशासन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
सी प्लेन
ओटर 300 सीप्लेन ने नर्मदा नदी किनारे केवडिया कॉलोनी पहुंच गया। यह प्लेन यहां से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरेगा और इसके साथ ही साबरमती रिवरफ्रंट और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच क्षेत्रीय संपर्क योजना की शुरू हो जाएगी।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर गुजरात में देश की पहली सी-प्लेन सर्विस की शुरूआत करेंगे। आपको बता दें कि 31 अक्तूबर से 19 सीटर सी-प्लेन हर रोज 4 उड़ान भरेगा। इसका किराया १५०० रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है। सी-प्लेन सरदार सरोवर बांध की झील नंबर 3 में उतरेगा।१९ यात्रिओ की क्षमता वाले सी प्लेन में एक समय में १२ यात्री उड़ान भर सकेंगे , अहमदाबाद साबरमती रिवर्फ्रेंट और केवडिया स्टेचू ऑफ़ यूनिटी तक की २२० किलोमीटर की दूरी को ४५ मिनट में तय करेगा ये सी प्लेन .इसके लिए टिकट की बुकिंग स्पाइस जेट की वेबसाइट से ३१ अक्टूबर से आम सैलानियों के लिए उपलब्ध होगी
अहमदाबाद साबरमती रिवेरफ्रंट और केवडिया दोनो ही जगह से प्लेन के लिए जल जेटी बन चुकी है करीबन ४८ मीटर लम्बी और ९ मीटर चौड़ी इस जेटी से यात्री से प्लेन में सवार होंगे , एयर वाटर एयरोड्रम या सीप्लेन बेस खुले पानी का एक ऐसा क्षेत्र होता है, जिसका उपयोग सीप्लेन, फ्लोट-प्लेन और एम्फीबियस विमानों द्वारा लैंडिंग और टेक ऑफ के लिये किया जाता है. अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट, नर्मदा जिले के केवडिया में सरदार सरोवर बांध, भावनगर जिले के पालीताना में शतरुंजी बांध और मेहसाणा जिले के धौरी बांध में वाटर एयरोड्रम की योजना बनाई गई है साबरमती और सरदार सरोवर – स्टैच्यू ऑफ यूनिटी मार्ग देश में पहचाने गए 16 सीप्लेन मार्गों में शामिल हैं. सरकार के अनुसार इस मार्ग के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पूरे हो चुके थे