मुम्बई : आज यानि 19 जनवरी को कश्मीरी पंडित, आज ही के दिन वर्ष 1990 में कश्मीर में हुए कश्मीरी पंडितों के भीषण नरसंहार की याद के रूप में चिन्हित कर रहे हैं। इस दिन को सारस्वत कश्मीरी पंडित्स विकास परिषद के राष्ट्रीय प्रधान अजय कौल ने ब्लैक डे के रूप में मनाने का सभी कश्मीरी पंडितों से आग्रह किया । आज हजारों कश्मीरी पंडितों द्वारा दिल्ली, बंगलुरू और जम्मू में प्रदर्शन किए जाने की खबरें भी मिल रही हैं।
अजय कौल ने कहा है कि आज के दिन को सभी कश्मीरी पंडित, 1990 मैं हुए मानवाधिकार उल्लंघनों की निंदा करते हुए उन लिजेंड्स को याद करें जिन्होंने समुदाय और हिंदुत्व के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
अजय कौल ने आग्रह किया था कि सभी लोग काले बैज पहनें और कश्मीरी पंडित समुदाय के द्वारा उठाई गई कठिनाइयों के बारे में दूसरों को शिक्षित और जागरूक करें। सारस्वत कश्मीरी पंडित्स विकास परिषद ने जनवरी 19, 2024 को ‘काला दिवस’ के रूप में वैश्विक ध्यान देने का आग्रह भी किया ।”
निष्कासन दिवस –
अजय कौल ने कहा कि आज 34वें उत्क्रमण वर्ष का दुःखद दिन है। हम सभी पीड़ित कश्मीरी पंडित आज ‘निष्कासन दिवस’ को याद रहे हैं। हम अपने दु:ख, भावनाएं और क्रोध को बताने के लिए प्रदर्शनों का आयोजन कर रहे हैं। हम पीड़ित कश्मीरी पंडित समुदाय ने दशकों तक इस दर्द को सहा है। इसे भूलना कठिन है कि कैसे उन विभाजनकारी, प्रो-पाक तत्वों ने लोकतंत्र की पारंपरिक राजनीति को हिंसात्मक मोबोक्रेसी के साथ बदल दिया था और कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ने पर मजबूर किया था।”