जितेंद्र सिंह भदौरिया, गुजरात
केंद्र सरकार के एक रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में पिछेल साल सड़क दुर्घटओं में ७६१८ से अधिक लोगो की मौत हुई जिसमे सबसे ज्यादा मौते ओवरस्पीडिंग की वजह से हुई है। कुल सड़क हादसों में मरने वालो में से ९५ फीसदी लोग तेज रफ़्तार के कहर की वजह से मारे गए है।
गुजरात में पिछले कुछ सालो में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है।इस संबंध में केंद्र सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं और मौतों के जो आक्से घोषित किये है वो वाकई चौंकाने वाले हैं. केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2022 में पूरे गुजरात में 15751 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 7168 लोगों की मौत हो गई.। आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर दुर्घटनाओं का कारण तेज रफ्तार है।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, सड़क दुर्घटनाओं के कारण हर दिन लगभग 43 लोगों की मौत हो जाती है। जिसमे 95% दुर्घटनाओं का कारण ओवरस्पीड पाया गया है। साथ ही इस एक साल में बिना हेलमेट के हादसों में 1,814 लोगों की मौत हो गई तो सीट बेल्ट न लगाने
से 891 लोगों की मौत हो चुकी है.। गुजरात में 1 साल में 2,209 हिट एंड रन की घटनाओं में 1,429 लोगों की मौत हो चुकी है। सड़क हादसों में फुटपाथ या सड़क के किनारे पैदल चलने वाले भी सलामत नहीं है पिछेल साल वाहनों की टक्कर से १५६८ पैदल चलने वालो की मौत हुई है वही १६१ साइकिल चालकों को जान से हाथ धोना पड़ा है।
केंद्र द्वारा जारी ये आकड़े काफी ज्यादा परेशां करने वाले है ऐसे में ख़ास कर रफ़्तार का कहर जिसे तरह लोगो पर मौत बनाकर टूटता है उसे रोकने की सबसे ज्यादा जरूरत है