सत्यम सिंह ठाकुर। गुजरात।
गुजरात के अमरेली जिले में कार के 15 साल के दौरान जब किसान समृद्ध बना और उन्हें लगा कि उस गाड़ी के चलते बदली किस्मत तो गाड़ी बेचने की जगह गाड़ी को दी गई समाधि.
दरअसल अमरेली जिले के लड़हुबके पाडरसिंगा गांव के किसान संजय पोलरा ने जब कार खरीदी थी तब उनकी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी लेकिन बीते 15 वर्षों में जब से कार ली है तब से उनकी आर्थिक स्थिति लगातार बढ़ती चली गई और अपनी आर्थिक स्थिति सुधरने के पीछे अहम वजह पूरा परिवार उस कार को मानने लगा इसलिए 15 वर्ष बाद गाड़ी को बेचने की जगह उस गाड़ी को भाग्यशाली बताते हुए दी गई समाधि। अपने ही खेत में पूरे गांव को आमंत्रित कर बड़ी संख्या में साधु संतों को बुलाकर सभी लोगो की उपस्थिति में अपनी गाड़ी को समाधि दी गई और उसके बाद पूरे गांव के लिए भोज की व्यवस्था तक की गई। परिवार ने खेत में जिस जगह अपनी उस भाग्यशाली कार को समाधि दी है उसी जगह को याद रखने के लिए वहा वृक्षारोपण कर पेड़ लगाए जाएंगे जिसके चलते उनके पूरे परिवार को याद रहे कि उनकी किस्मत बदलने वाली गाड़ी हमेशा उनके साथ ही है।