महाभारत के अनसुलझे रहस्य… द्रौपदी किससे ज्यादा प्यार करती थी…
महाभारत दुनिया का सबसे अद्भुत एवं थोड़ा विचित्र ग्रंथ है जिसके सार को समझना हर किसी के बस की बात नहीं है। महाभारत की द्रोपदी का असली नाम कृष्णा था जो हवन कुंड से प्रकट हुई थी। ज्ञानी बताते है कि द्रोपदी के कारण ही महाभारत का युद्ध आरंभ हुआ था। द्रोपदी भले ही अपने पांच पतियों के साथ रहती थी परन्तु उसका प्यार सिर्फ एक व्यक्ति ही थे।
द्रोपदी के स्वयंवर को जितने में अर्जुन सफल हो गए थे कहा जाता है कि विवाह से पूर्व द्रोपदी कर्ण को अपना वर बनाना चाहती थी लेकिन द्रोपदी का जन्म कुरु वंश के अंत के लिए ही हुआ था। यदि वह कर्ण से विवाह कर लेती हो महाभारत युद्ध कभी ना हो पाता।
यह बात महाभारत युद्ध से पहले की है जब श्री कृष्ण पांडवों सहित द्रोपदी की परीक्षा लेते है। इस परीक्षा में हर किसी को अपने मन में छिपे राज को कहना होता है जिसमें पांडव समेत द्रोपदी शामिल होती है। पांडवों ने एक एक करके अपने दिल के राज को बया कर दिया और जब द्रोपदी की बारी आयी तो उन्होंने अपने मन की व्यथा खोलते हुए कहा कि पांडवों के अलावा वह कर्ण को चाहती थी परन्तु पिता का सम्मान करने हेतु उन्होंने इस बात को अपने मन में दबा कर रखा था।