डॉ दिलीप अग्निहोत्री
नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना सतही तौर पर नहीं की थी। प्रधानमंत्री ने ठोस जमीनी आकलन व प्रमाणों के आधार पर अपना विचार व्यक्त किया था। आज इसका एक और प्रमाण मिला। कुछ दिन पहले योगी आदित्यनाथ ने प्रतिदिन बीस हजार कोरोना टेस्ट का लक्ष्य निर्धारित किया था। यह लक्ष्य पूरा हुआ।इसके अलावा योगी के निर्देशों के अनुरूप सभी जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना हो गई है। ऐसा नही कि योगी यहीं रुक गए। उन्होंने प्रदेश में कोरोना के बीस हजार टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता अर्जित करने पर संतोष व्यक्त किया। लेकिन अगली लाइन में यह भी बता दिया कि इसमें लगातार वृद्धि किए करनी है। कहा कि ज्यादा से ज्यादा सैम्पल संग्रहित किये जायें। तेज गति से किया जाने वाला टेस्टिंग से कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
योगी आदित्यनाथ अनलॉक में बचाव उपायों पर भी बहुत जोर देते रहे है। उन्होंने इसके लिए प्रचार प्रसार जारी रखा जाए रखने के निर्देश दिए। टेलीविजन,रेडियो, समाचार पत्र तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि का उपयोग करते हुए लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रहने की जानकारी उपलब्ध करना अपरिहार्य है। इस सम्बन्ध में जगह जगह पोस्टर तथा बैनर भी लगाए जाएंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन के कार्य को निरन्तर संचालित रहेगा। योगी मवेशियों के प्रति भी संवेदनशील है।
उन्होंने कहा है कि पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण का कार्यक्रम तेजी से चलाया जाए। इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया। कहा कि अनलाॅक व्यवस्था में पूरी सावधानी बरतते हुए औद्योगिक, वाणिज्यिक एवं अन्य कारोबारी गतिविधियों का संचालन जरूरी है। इसके दृष्टिगत औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना इन इकाइायों में कार्यरत लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उद्योग में यह भी सुनिश्चित हो कि जहां पांच अथवा उससे अधिक व्यक्ति कार्यरत है, वहां मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कड़ाई से कराया जाए। उद्योग क्षेत्र में संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की नियमित माॅनिटरिंग की जाएगी।