डॉ दिलीप अग्निहोत्री

योगी आदित्यनाथ कोरोना आपदा प्रबन्धन के लक्ष्य निर्धारित करते है,वहां तक पहुँचने के लिए सरकारी मशीनरी को सक्रिय करते है,इसके फौरन बाद वह अगले लक्ष्य की घोषणा कर देते है। प्रारंभ से ही वह इसी अंदाज में कार्य कर रहे है। इसी कार्यशैली का परिणाम है कि चालीस लाख पचहत्तर हजार से अधिक टेस्ट्स करने वाला उत्तर प्रदेश के देश का पहला राज्य बन गया है। योगी यहीं नहीं रुकते। उन्होंने टेस्टिंग गतिविधियों को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि प्रदेश में अस्सी हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा आरटीपीसीआर विधि से पैतालीस हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के लिए सभी प्रयास किए जाएं। काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य को और तेज किए जाने पर बल दिया। इससे संक्रमण प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इसी के साथ कोविड चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की व्यवस्था की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा समस्त जनपदों को कोविड उपचार के सम्बन्ध में तीन से पांच करोड़ रुपए अतिरिक्त रूप से उपलब्ध कराए गए हैं। जिलाधिकारियों इस धनराशि से कोविड उपचार की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


सभी मेडिकल काॅलेज अपने बजट से कोविड के उपचार सम्बन्धी औषधियां एवं अन्य आवश्यक सामग्री क्रय करने के निर्देश दिए गए है। योगी ने कहा कि मेडिकल काॅलेज को उपलब्ध कराई गई धनराशि का पूरा उपयोग मरीजों के बेहतर इलाज पर किया जाए। इस कार्य में यदि उदासीनता बरती गई तो सम्बन्धित प्रिंसिपल की जवाबदेही तय की जाएगी। किसी भी दशा में दवा के अभाव में मरीज का इलाज प्रभावित नहीं होना चाहिए। कोरोना उपचार के साथ ही मुख्यमंत्री किसानों की सुविधा पर भी ध्यान दे रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को खाद एवं अन्य कृषि सामग्री सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में अनेक कदम उठाए गए हैं। खाद की कालाबाजारी कर किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले तत्वों के विरुद्ध राज्य सरकार सख्ती से पेश आएगी। प्रधानमंत्री के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर अधिक से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित किया जाए।

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