डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

विद्यार्थी जीवन की यादें बेहिसाब होती है। जीवन की आपाधापी में कई बार उनके स्मरण का मौका नहीं मिलता। लेकिन संबंधित शिक्षण संस्थान के किसी कार्यक्रम में शामिल होने जेहन में वह यादें एक बार ताजा हो जाती है। इसमें भी कुलपति के हाथों डिग्री मिलना माहौल को खुशनुमा बना देता है। पिछली यादें आंखों में तैरने लगती है। विख्यात भजन गायक अनूप जलोटा को दशकों बाद विद्यार्थी जीवन का अनुभव मिला। लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी उत्सव में अपने पूर्व छात्र प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा को भी आमंत्रित किया था। पिछली सन्ध्या पर उनके भजनों ने विश्वविद्यालय परिसर में समा बांध दिया था।

अनूप जलोटा जी ने 1974 में लखनऊ विश्वविद्यालय से बी.ए. उत्तीर्ण किया था। आज दिनांक 25 नवंबर 2020 को लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने अनूप जलोटा जी को उनकी डिग्री प्रदान की। जलोटा जी ने कहा कि यह डिग्री प्राप्त करके मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे मैं दूसरी बार पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि जब जब विश्वविद्यालय उन्हें याद करेगा,वह लखनऊ विश्वविद्यालय अवश्य आएंगे। युवा पत्रकार सचिन त्रिपाठी ने अनूप जलोटा को अपनी पुस्तक लखनऊ विश्वविद्यालय शून्य से 100 तक भेंट की।

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