डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

आपदा की अनियंत्रित स्थिति में सेना से राहत कार्यों की अपेक्षा रहती है। कोरोना के वर्तमान संकट के दौरान भी सेना के तीनों अंग अपने अपने स्तर से योगदान दे रहे है। इसमें अस्थाई कोरोना अस्पतालों के निर्माण और ऑक्सीजन की आपूर्ति करना शामिल है। इसमें वायु सेना भी सहयोग कर रही है। देश के अनेक क्षेत्रों में सेना मेडिकल कोर ने समयबद्ध ढंग से कोरोना अस्पतालों के निर्माण किया है। दिल्ली सरकार भी जब स्थिति को संभालने में विफल हुई तब उसने सेना से सहायता की गुहार लगाई। यहां कोरोना की स्थिति बेकाबू होने पर सेना से ही उम्मीद की गई। राज्य सरकार ने भारतीय सेना की सहायता मांगी है। इस संबन्ध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा कि सेना द्वारा दिल्ली में ऑक्सीजन के अधिक से अधिक टैंकर उपलब्ध करवाए जाएं।

डीआरडीओ ने जिस तरह का अस्पताल बनाया है,दिल्ली में ऐसे ही और अस्पताल तैयार करवाए जाएं। डीआरडीओ द्वारा लखनऊ में भी पांच सौ बेड का कोविड़ चिकित्सालय अल्प समय में बनाया गया। इसमें वेंटिलेटर युक्त डेढ़ सौ बेड तथा शेष बेड ऑक्सीजन सुविधा युक्त हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी कोविड हॉस्पिटल का लोकार्पण किया। उन्होंने कोविड हाॅस्पिटल के होल्डिंग एरिया,आईसीयू वन आईसीयू टू तथा ऑक्सीजन बेडेड वाॅर्ड एवं फार्मेसी का भ्रमण किया। उन्होंने चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कर्मचारियों से अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। वे हाॅस्पिटल के कमाण्ड कक्ष में भी गये,जहां उन्होंने उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ संवाद किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड बेड की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। इसी क्रम में गत दिवस लखनऊ के कैंसर संस्थान में ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर युक्त सौ बेड के डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल को लोकार्पित किया गया। इस चिकित्सालय की स्थापना में प्रदेश सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग प्रदान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक नियमित राउण्ड लें। मरीज के परिजनों को दिन में एक बार मरीज के स्वास्थ्य की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी जाए। आपदा की इस स्थिति में मरीजों तथा उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार किये जाने पर बल दिया। इसके पहले दिल्ली के बेस हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल के रूप में बदल दिया गया था। दिल्ली सरकार द्वारा अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई न किये जाने से यहां भी संकट बढ़ गया था। जिसको केंद्र सरकार की सहायता से संभाला गया। इसके अलावाआईटीबीपी द्वारा
छतरपुर स्थित सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर का संचालन किया जा रहा है।

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