सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात

 

गुजरात। गुजरात के एक डाक्टर ने लोगों में एक आशा जगाने के लिये एक ऐसा तरीका खोज निकाला हैं जिससे की अब आक्सीजन कमी से होने वाले परेशानीयों से मरीजों को निजात मिल सकता हैं। सबसे बड़ी खास बात ये हैं कि ये बहुत सस्ता हैं और बादार में आसानी से मिल जाता हैं। इससे मरीजों को आक्सीजन के लिये मारा मारी अब नही करना पड़ेगा।

अहमदाबाद में सेंट्रल यूनाइटेड हॉस्पिटल के पल्मनोलॉजिस्ट की टीम ने highly hypoxic पेशेंट जिनका ऑक्सीजन लेवल तेज़ी से गिरता है उन्हें बचाने के लिए ढूंढ निकला है एक इनोवेटिव तरीका, इसके जरिये ना सिर्फ पेशेंट की ऑक्सीजन रिक़्वायर्मेंट कम हो जाती है बल्कि पेशेंट को बाई-पेप या वेंटिलेटर के सपोर्ट की भी जरुरत नहीं पड़ती। हॉस्पटल के चीफ पल्मनोलॉजिस्ट डॉ पार्थिव मेहता की टीम ने कुछ दिन पहले ऐसे पेशेंट्स पर बेन- सर्किट उपयोग शुरू किया और उसकी मदद से पेशेंट को मिलने वाली ऑक्सीजन की जरुरत आधी या उससे कम कर दी और पेशेंट का ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 60 से सीधा बढ़ कर 95 तक पहुँचने लगा क्योंकि बेन- सर्किट oxygenation delivery और oxygenation capacity को बढ़ा देता है जिससे पेशेंट हमेशा फ्रेश ऑक्सीजन इन्हेल कर सकता है और कार्बोन डाई ऑक्साइड बहार फेंक सकता है जिससे लंग्स की क्षमता भी धीरे धीरे बढ़ती है और पेशेंट को बाई-पेप या वेंटिलेटर की मदद की भी जरुरत भी नहीं पड़ती

सबसे रोचक बात ये है की बेन-सर्किट कोई नयी तकनीक नहीं है। अक्सर इसका उपयोग अनेस्थिसिस्ट द्वारा ऑपरेशन थेटर में पेशेंट को इंट्यूबेट करने के लिए किया जाता है। बस इसी से ये आईडिया डॉ मेहता और उनकी टीम के दिमाग में आया जिसमे उन्होंने बेन-सर्किट को हॉस्पिटल में होने वाली ऑक्सीजन सप्लाई के साथ जोड़ दिया जिससे पेशेंट के लंग्स की पर्फोर्मंस कम ऑक्सीजन में भी बढ़ने लगी जिस पेशेंट को 15 लीटर पर मिनिट पर रखा हुआ था और उसका लेवल 60 पर ही था उसे बेन-सर्किट की मदद से आधी ऑक्सीजन में सैचुरेशन लेवल 95 तक पहुंच गया।  बेन-सर्किट बाजार में बड़े ही आसानी से महज़ 2500 रुपये में मिल जाता हैं।

बेन सर्किट के फायदे

  • ये ऑक्सीजन की खपत को काफी कम करता है जिसका इस वक्त सबसे ज्यादा क्राइसिस है
  • पेशेंट को बाई-पेप और वेंटिलेटर जैसे है फ्लो डिवाइसेज़ की जरुरत नहीं पड़ती

अब तक इस हॉस्पिटल में 7 पेशेंट्स को इस तरह से पूरी तरह ठीक किया गया और और अभी दो और पेशेंट्स पर ये थेरेपी चल रही है

सेन्ट्रल यूनाइटेड हॉस्पिटल ने ये डाटा अहमदाबाद हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स एसोसिएशन के साथ भी शेयर किया है जो इसे दुसरे हॉस्पिटल्स के साथ साझा कर उन्हें भी इसके उपयोग के लिए तैयार कर रही है

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