डॉ दिलीप अग्निहोत्री
योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि विगत साढ़े तीन वर्षों में ऊर्जा विभाग द्वारा विद्युत के क्षेत्र में प्रदेश के कायाकल्प के कार्यक्रम प्रारम्भ किए गए। जिन्होंने राज्य की तस्वीर को बदलने का कार्य किया। इन वर्षों के दौरान पौने दो लाख गांवों व मजरों का विद्युतीकरण किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के घर रौशन हुए। वर्तमान राज्य सरकार का दृष्टिकोण रचनात्मक व सकारात्मक है। इस कारण बिना किसी भेदभाव के लोगों को विद्युत परियोजनाओं व जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
ईज़ ऑफ लिविंग राज्य सरकार की प्राथमिकता है। पूर्व सरकारों में विद्युत आपूर्ति में कटौती होती थी,लेकिन अब निर्बाध विद्युत आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुसार लोगों को प्राप्त हो रही है। निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। नए विद्युत उपकेन्द्रों और ट्रांसफार्मर्स की स्थापना की गई है। जर्जर तारों और पोल को बदला गया है। अण्डरग्राउण्ड केबलिंग की गई है, जिससे विद्युत दुर्घटनाओं पर रोक लगी है। हर गांव और मोहल्ले की तस्वीर बदली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत सुधार के कार्यक्रमों को अलग अलग स्तर पर तेजी के साथ संचालित किया जा रहा है। सब स्टेशनों की क्षमता में भी मांग के अनुसार वृद्धि की गई है। सरकार का ध्यान सभी वर्गों के प्रति होने के कारण कस्बे और गांवों को भी बिजली आपूर्ति होने से शहरी जीवन का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद राज्य में निर्बाध विद्युत आपूर्ति जारी रही। कोविड-19 से संघर्ष करते हुए विकास की प्रक्रिया को थमने नहीं दिया गया। तेजी के साथ सम्पादित किए गए विकास कार्यों से जनता को लाभ मिला। इसी श्रृंखला में आज गोरखपुर जनपद के लिए लगभग 216 करोड़ रुपए की परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास सहित नई परियोजनाओं को प्रस्तावित किया जा रहा है