- वाराणसी में प्लास्टिक की परत चढ़े तरबूज बेचे जा रहे
- इंजेक्शन लगाकर अंदर से किया जाता है लाल
- स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई आवश्यक
वाराणसी (समाचार डेस्क)। आज हम आपको जो खबर बताने जा रहे हैं जो आपके लिये बेहद अहम हैं। यदि आप गर्मी की प्यास बुझाने के लिए ऊपर से हरे और अंदर से लाल दिखने वाले तरबूज खाते हैं तो सावधान हो जाइये। वाराणसी में प्लास्टिक की परत चढ़ा कर हरा दिखाने वाले तथा अंदर इंजेक्शन से लाल कर तरबूजों को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
जब सभी लोग कोरोनावायरस से लड़ने में व्यस्त हैं ऐसे में मिलावट खोर फलों में भी मिलावट कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।मंदी के दौर में आपको चपत भी लगा रहे हैं। अलग-अलग मोहल्लों में इस तरह के तरबूज बेचे जा रहे हैं।
मिसिर पोखरा के एक ग्राहक रोहित ने बताया कि मैन फेरी वाले से सुबह 15 रुपये किलो तरबूज खरीदा और उसको पानी में भिगोकर रख दिया कि शाम को खाएंगे।शाम को जब तरबूज को काटा गया जो उसके ऊपर की परत पर प्लास्टिक का मटेरियल दिखा जो आसानी से पतले झिल्ली की तरह निकल रहा था। लोगों को आश्चर्य हुआ तथा इसका वीडियो बना लिये। बताया कि सुबह तरबूज लेकर ठेले पर बेचने फेरी वाले आते हैं। सभी लोग तरबूज खरीदते हैं।
एक जानकार ने बताया कि तरबूज को अंदर से इंजेक्शन लगा कर लाल और मीठा किया जाता है। ऊपर से फ़ूड प्लास्टिक का प्रयोग कर हरे तथा अंदर से लाल दिखने वाले तरबूज की डिमांड होती है, इसलिए मिलावट खोर लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान न रखते हुए अपनी जेब भरने में मशगूल रहते हैं।
स्वास्थ्य विभाग मौन
इस संबंध में नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग मौन साधे हैं।जबकि मिलावटी फलों के खिलाफ पूर्व में नगर आयुक्त ने अभियान चलाया था।वाराणसी में फलों को पकाने का तरीका भी हानिकारक है। फलों को कारवाइड से पकाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक है।