डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

लखनऊ। लखनऊ के बड़े मंगल की श्री हनुमान आराधना व भंडारा देश में प्रसिद्ध है। लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारों पर आयोजको के संशय को दूर करते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने ई-भंडारे की व्यवस्था प्रदान की। मंगलमान समिति और नगर निगम मिलकर लखनऊ की परंपरा को जीवित रखते हुए भंडारे आयोजको के प्रसाद को जरूरतमन्दों एवं सेवा बस्तियो तक पहुँचाने की व्यवस्था करेगा। जेठ का माह प्रारम्भ हो गया है जिसमे लखनऊ में मंगलवार को हनूमान जी पूजा अर्चना के साथ भण्डारे की परंपरा है। इन मंगलो को बड़ा मंगल कहते है। इस बार 4 बड़े मंगल है जो क्रमशः 1, 8, 15 तथा 22 जून को है। कोरोना महामारी और लगे लॉकडाउन के कारण उत्पन्न हुई विशेष परिस्थितियों के चलते 2021 के ज्येष्ठ के मंगलो का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। आज की आवश्यकता हर मंगल को बड़ा मंगल और हर दिन को मंगल करने की है। महामारी के कारण एव सोशल डिस्टैन्सिंग के दिशा-निर्देशों के परिपेक्ष्य में परंपरागत स्वरुप में भंडारों का आयोजन अत्यंत ही कठिन है। ऐसे में आस्था के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लखनऊ की पुरानी परंपरा को जीवित रखने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने ई-भंडारा मोबाइल सेवा का प्रारम्भ किया गया। महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि नगर निगम के द्वारा सभी जोनों में चलाये जा रहे कम्युनिटी किचन के माध्यम से सम्पूर्ण लखनऊ में जरुरतमंदो तक भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण किया जा रहा है। अनेको सामाजिक धार्मिक संस्थाए भी आपदा की इस घडी में सरकारी दिशा निर्देशो का पालन करते हुए यथासंभव प्रयास कर रही है। ऐसे में वर्तमान आवश्यकताओं और बड़े मंगल की गौरवशाली परम्परा को ध्यान में रखते हुए ई-भंडारा का विकल्प प्रदान किया है। आगे महापौर संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ के बड़े मंगल के आयोजकों से अपील करते हुए कहा कि वे ई-भंडारा मोबाइल सेवा का उपयोग करते हुए अपने संकल्प को पूर्ण करे और जो भण्डारा संचालक बड़ा मंगल का भंडारा करना चाहते है वह मंगलमान वेबसाइट के माध्यम से सूखा प्रसाद नगर निगम की कम्युनिटी किचन को उपलब्ध कराए जहाँ से प्रसाद बनवाकर नगर निगम और मंगलमान समिति द्वारा जरूरतमन्दों तक प्रसाद उपलब्ध कराया जाएगा, जिसकी फ़ोटोग्राफ भी आपको उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे आपदा की घड़ी में अपने बड़े मंगल की परंपरा को निभाते हुए जरूरतमंद लोगो की सेवा का अवसर भी प्राप्त करे।

महापौर ने आगे बताया कि यह सेवा सचल रूप में अर्थात मोबाईल सेवा के रूप में है, जिसमे आयोजक के प्रतिष्ठान से कच्चे प्रसाद को लेकर कम्युनिटी किचन तक भी पहुचाया जाएगा और, इस सेवा के अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किये गए मंगल प्रसाद वाहन स्थान स्थान पर जाकर सरकारी दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रसाद का वितरण करेगे। प्रसाद में प्रसाद के साथ आयुर्वेदिक काढ़ा, मास्क, सेनेटाइजर, हैंडवॉश, पौधे आदि का वितरण भी किया जायेगा। इसका पूरा विवरण मंगलमान की वेबसाइट (mangalman.in) पर उपलब्ध है। नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि कोरोना माहमारी एवं लॉकडाउन के चलते लखनऊ की पुरानी परंपरा के निर्वहन के लिए नगर निगम विशेष रूप से वाहन चलाएगा। इसके लिए अपर नगर आयुक्त श्री राकेश यादव जी नोडल अधिकारी के रूप में रहेंगे और समस्त जोनों में जोनल अधिकारी और नगर अभियंता मंगलमान अभियान की विशेष चिंता करेंगे। आगे को भी आवश्यकता होगी उसको पूरा किया जाएगा। मंगलमान अभियान प्रमुख डॉ राम कुमार जी ने बताया कि मंगलमान की वेबसाइट (mangalman.in) पर ई-भण्डारा से सम्बंधित प्रश्न और उनके उत्तर का सविस्तार लिंक दिया गया है। आयोजकों को चाहिए कि वे वेबसाइट के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करा ले।

किसी भी प्रकार की अधिक जानकारी के लिए मंगलमान अभियान के संयोजक डॉ राम कुमार तिवारी से 9415755950 अथवा ई-मेल mangalmanlko@gmail.com पर संपर्क कर सकते है। आयोजकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा जो पूर्णतः निःशुल्क है। आयोजन की तिथि से कम से कम 2 दिन पूर्व में पंजीकरण आवश्यक है। आयोजक द्वारा ई-भंडारा का अनुरोध प्राप्त होते ही मंगलमान की और से एक सेवाभावी कार्यकर्त्ता जिसे ई-भंडारा कोऑर्डिनेटर कहते है आयोजक के साथ जुड़ जायेगा। इसकी भूमिका कदम दर कदम सहयोगी की होगी जो आयोजक के साथ मिलकर ई-भंडारे के सफल आयोजन को सुनिश्चित करेगा। उनके द्वारा प्रदान किया गया प्रसाद नगर निगम की देखरेख में नगर निगम एवं सहयोगी संस्थाओं के समन्यवय से जरूरतमंद लोगो के मध्य वितरित करा दिया जायेगा। इससे जहां एक ओर आयोजकों को सुख और संतोष प्राप्त होगा वही दूसरी ओर प्रसाद ग्रहण कर कोटिशः आत्माये तृप्त होंगी। इस प्रकार आयजकों द्वारा भण्डारे के आयोजन का संकल्प पूर्ण होने के साथ-साथ प्रसाद का वितरण उचित एवं प्रभावी तरीके से सीधे उन लोगों तक होगा जिन्हे उसकी सर्वाधिक आवश्यकता है।

मंगलमान अभियान की जानकारी देते हुए अभियान के संयोजक डॉ राम कुमार ने बताया कि मंगल का मान बढ़ाने वाले मंगल के आयोजनों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ कर परंपरा को अधिक सुदृढ़, सशक्त, प्रभावी बनाते हुए इसके ध्वजवाहकों को एक सूत्र में पिरो कर बड़े मंगल के मंगल भाव को वैश्विक पटल पर स्थापित करने के लिए लखनऊ की महापौर के संरक्षण में मंगलमान अभियान 2 वर्षो चलाया जा रहा है ।

अनेको आयोजक इससे जुड़े है और शहर में भंडारों पर स्वच्छता एवं व्यवस्था चर्चा का विषय बना है। आयोजकों ने भंडारे का बाद स्वच्छता का वीडियो बना कर भी भेजा। जन सामान्य ने अभियान को सराहा और इसकी आवश्यकता को समय की मांग बताया। सभी वर्गों, पंथों, धर्मो के लोगो के मध्य यह अभियान एक अनुकरणीय पहल के रूप में स्थापित हुआ है और स्वच्छता एवं पवित्रता का मंगल सन्देश पहुचाने में अभियान सफल हो रहा है। आदर्श भण्डारा लगाने वालो का महापौर जी के द्वारा सम्मान किया गया है और पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, सेवा जैसे सामाजिक सरोकार से जुड़ कर मङ्गल का मान बढ़ाने वाले आयोजकों का सार्वजानिक अभिनन्दन भी किया गया है। इस वर्ष लखनऊ से बाहर इसे विस्तार देने के लिए विशेष योजना बनायी गयी है जिसमें देश में लगभग 101 स्थानों पर एवं देश के बाहर 11 स्थानों का लक्ष्य रखा गया है जिसे आसानी से हासिल कर लिया जायेगा, जिससे लखनऊ की खुशबू को अन्य जगह फैलाया जा सकेगा । प्रेस वार्ता में लखनऊ से बाहर के भी अनेक आयोजक जुड़े जिनको महापौर ने बड़ा मंगल को ग्लोब्लाइज़ करने के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अन्य शहरो में आयोजन किये जाने पर नगर निगम लखनऊ की और से वहाँ के मेयर और नगर आयुक्त से सहयोग करने और इस आयोजन पर स्वच्छता का विशेष प्रबंध करने को पत्र लिखने के लिए भी वार्ता में जुड़े आयोजकों को आश्वस्त किया।

इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया संग नगर आयुक्त अजय द्विवेदी, मंगलमान के चारो भागो के समन्यवयक, लखनऊ से बाहर के विस्तार समन्यवयक, ई भण्डारा कोऑर्डिनेटर्स एवं अभियान से जुड़े अनेको कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे। अंत में गणेश ताम्रकार ने सभी के प्रति ध्यन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह विश्वस दिलाया कि मंगलमान अभियान बड़ा मंगल को वैश्विक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। यह अभियान अब लखनऊ के जन जन का अभियान बन रहा है।

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