पटना: बिहार में चुनावी माहौल अपने चरम पर है। सभी राजनीति दल अपनी तैयारीयों को लेकर मैदान में उतर चुकी है, लेकिन अभी तक बिहार में दलो के बीच किसी तरीक़े का समझौता सीटों को लेकर नहीं हुआ है।तो ऐसे में क्या राजनीति दल बिना गठबंधन के चुनाव लड़ने का मन बना रही है। अगर अकेले चुनाव लड़ने की नौबत पड़ी तो बिहार के सभी दल अपनी तैयारी करके बैठे है। महागठबंधन में करीबी सूत्रों की बात माने तो सीटों की बँटवारे पर अभी तक ना हीं आरजेडी और ना हीं कांग्रेस पार्टी ने अपने पत्ते खोले है और अमूमन ऐसा ही हाल एनडीए में भी है। ना हीं जेडीयू और ना हीं भाजपा ने सीट शेयरिंग पर अपनी स्थिति साफ़ की है। लेकिन बड़ा सवाल ये है की क्या बिहार में कोई दल अपने दम पर बहुमत ला पाएगी? कई राजनीति पंडितो का कहना है की बिहार में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने जा रहा है। तो चुनाव के बाद अगर परिस्थिति समर्थन देकर सरकार बनाने की बात आएगी तो क्या एक बार फिर जेडीयू को बिहार के बड़ी पार्टी का समर्थन हासिल करना पड़ सकता है।
सूत्रों की बात माने तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अंदर अभी भी केंद्रीय राजनीति में रहने के लालसा बनी हुई है और हो सकता है की दिल्ली की राजनीति के प्रवेश करने के लिए इस बार एनडीए घटक में जेडीयू शामिल ना हो या तो फिर NDA का गठबंधन हो ही नहीं। एनडीए के सभी दल अकेले चुनाव लड़े।
अगर ऐसा होता है तो आरजेडी के अलावा शायद कांग्रेस को भी उन्हें वैचारिक और राजनीतिक समर्थन देना पड़ें। दोनो विपक्षी पार्टियों के पास जेडीयू को समर्थन करने का दुबारा विकल्प रहेगा। इतना ही नहीं अगर किसी वजहों से नीतीश कुमार बिना भाजपा समर्थित मुख्यमंत्री बनते है तो ग़ैर भाजपा या फिर यूँ कहे की ग़ैर एनडीए दल नीतीश कुमार को समर्थन देंगे। पहले ही आरजेडी ने ये साफ़ कर दिया है की भाजपा को बिहार में रोकने वाली सभी पार्टियों का समर्थन करती है।
तो ऐसे में नीतीश कुमार ना सिर्फ़ बिहार में नंबर एक का चेहरा बनेगे बल्कि 2024 में होने वाली लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री चेहरा भी चुन सकती है ग़ैर भाजपा और एनडीए दल। फ़िलहाल विपक्ष की तरफ़ से कोई भी दमदार चेहरा नहीं है विकल्प की तौर पर, ऐसे में नीतीश कुमार की छवि, तजुर्बा और चेहरा प्रधानमंत्री चुनाव में विपक्षी पार्टियों को फ़ायदा भी मिलेगा।
ग़ौरतलब है कि इस बात बिहार चुनाव सिर्फ़ बिहार तक ही सीमित नहीं है, बिहार से केंद्र पर राजनीति प्रहार करने की प्लानिंग चल रही है।