लखनऊ। पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने केन्द्र सरकार द्वारा पेश बजट को भारत के स्वर्णिम दौर की परिकल्पना को साकार करने वाला बजट बताया है। इस बजट में इंडिया@ 100 के सपनों को साकार करने की नींव रखने के साथ ही सामान्य नागरिक की अपेक्षाओं को पूरा करते हुए टैक्स में भारी छूट दी गई है। करो में छूट के बाद अब 7 लाख की सीमा तक लोगों को कर नहीं देना होगा जो एक बडी राहत है। यह गांव गरीब किसान और नौजवान के सपनों में रंग भरने वाला बजट साबित होगा।
डा शर्मा ने कहा कि ज्ञान के प्रकाश से सभी को रोशन करने के लिए केन्द्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना एक क्रान्तिकारी कदम है। अब गांव में बैठे युवा भी आधुनिकतम ज्ञान प्राप्त कर राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सकेंगे। बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री के प्रति आभार व्यक्त् करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में समावेशी विकास , अंतिम छोर तक पहुँचना , बुनियादी ढांचा और निवेश , क्षमता को उजागर करना , ग्रीन ग्रोथ , युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र को चिन्हित कर सशक्त समर्थ सम्पन्न भारत का रोड मैप बता दिया है।
डा शर्मा ने कहा कि अब यह भी सुनिश्चित होगा कि सीवर सफाई मशीन से की जाए और मानवीय गरिमा बनी रहे। उन्होंने कहा कि आज भारत प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सबसे तेज बढती अर्थ व्यवस्था है जिसकी ओर सारी दुनिया बडी उम्मीद से देख रही है। पिछले 28 माह से देश में 80 करोड लोगों को राशन मिल रहा था और आने वाले एक वर्ष में सरकार की ओर से राशन देने का कार्य जारी रहेगा। युवा देश का भविष्य है और देश के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कौशल विकास आधारित शिक्षा नीति बनाई है।
युवाओं के कौशल विकास के लिए कौशल विकास मिशन 4 आरंभ होने जा रहा है। इससे उनके लिए रोजगार के अवसर बढेंगे। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के 30 कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे जिससे कि दुनियाभर में मौजूद संभावनाओं के द्वार युवाओं के लिए खुल सकें। कौशल विकास की नई योजना गेम चेन्जर साबित होगी। साक्षरता के प्रसार पर जोर देने के साथ ही वित्तीय साक्षरता बढाने के प्रयास होंगे। आज कोरोना के बाद भी देश में निवेश तेजी से बढ रहा है। इस बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर काफी जोर दिया गया है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्राथमिकता है। 50 नए एयरपोर्ट व रेलवे के क्षेत्र में निवेश की योजना विकास की अवधारणा को मूर्त रूप देने की प्रतिबद्धता को बताती है।
वर्तमान वर्ष के लिए अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान यह बताता है कि भारत का भविष्य उज्जवल है। आज प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढक़र 1.97 लाख रुपये हो गई है तथा नागरिकों का जीवन गुणवत्तापूर्ण व गरिमापूर्ण हुआ है। कृषि क्षेत्र अब बडे बदलाव की ओर बढने जा रहा है। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन इस दिशा में बडी पहल है। कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता के साथ ही कृषि.स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कोष की स्थापना परिवर्तन लाएगा। वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए पीएम प्रणाम योजना की शुरूआत की जाएगी। कुल मिलाकर यह बजट एक ऐसे भारत का निर्माण करेगा जो दुनिया को हर क्षेत्र में राह दिखाने का काम करेगा।