1998 में ‘प्यार क्या तो डरना किया’ से शुरुआत करने वाली साजिद-वाजिद की जोड़ी ने सोनू निगम की एल्बम ‘दीवाना’ में भी संगीत दिया था.
मुम्बई। आज बॉलीवुड का ऐसा शख्स हमें छोड़ कर चला गया जिसके चेहरे पर कभी हमने उदासी नही देखी, कभी मायूसी नही देखी, जब देखा तो हसता खिलखिलाता चेहरा देखा। लेकिन आज वो हमारे बीच नही रहा। वो पहले से ही किड़नी के बिमारी से ग्रस्त थे और उपर से कोरोना ने अपनी काली दृष्टी ऐसी डाली की आज इस इस दुनिया को अलविदा कह कर चल दिया। जी हां बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार वाजिद खान का 42 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्हें लंबे समय से किडनी की समस्या थी. सलमान खान के करीबी रहे वाजिद को 31 मई की रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वाजिद के निधन के साथ ही दो संगीतकार भाइयों की बेताज जोड़ी हमेशा के लिए टूट गई है. साजिद-वाजिद ने सबसे पहले 1998 में आई सलमान खान की फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से अपने करियर की शुरुआत की थी.
वाजिद ने बतौर कंपोजर इसी फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा और उनका आखिरी गाना भी सलमान खान के नाम रहा. दबंग-3 के सभी गाने वाजिद के कम्पोजीशन में ही तैयार हुए थे. इतना ही नहीं उन्होंने सिंगर के रूप में भी सलमान खान के लिए कई गाने गाये. जिसमें ‘हमका पीनी है, और ‘मेरा ही जलवा’ सबसे हिट रहे. वाजिद के ब्लॉकबस्टर गानों में ‘सोनी दे नखरे, माशाअल्लाह, डू यू वाना पार्टनर’ शामिल हैं, जिसे किसी के लिए भी भुलाना आसान नहीं. फिल्म दबंग में अपने दमदार संगीत के लिए उन्हें 2011 में फिल्मफेयर पुरस्कार से भी नवाजा गया था.