डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

दुनिया के अनेक देशों में कोरोना संकट एक बार फिर बढ़ने लगा है। कई स्थानों पर पुनः लॉक डाउन की नौबत आ गई है। भारत में दिल्ली सहित कई राज्यों में भी कोरोना संकट में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। यह सभी को पता है कि कोरोना की अभी तक कोई दवा या वैक्सीन नहीं है। इसके बाद भी प्रत्येक स्तर पर लापरवाही की गई। इसके कारण समस्या बढ़ रही है। चौबीस घंटे में आए सैंतीस हजार से अधिक कोरोना मामलों का मिलना चिंताजनक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एक बार फिर वार्ता करनी पड़ी। देश के कई राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर दिख रही है। संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र और दिल्ली में कोरोना बेकाबू हो चुका है।

अमित शाह ने कहा कि यूरोप और अमेरिका में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी केस बढ़ रहे है। ऐसे में नियमों का पालन करना आवश्यक है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का हमेशा ध्यान रखना है। केंद्र सरकार राज्यों को पूरा सहयोग दे रही है जिससे वे अपने यहां हेल्थकेयर और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बना सकें। उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन और कोविड हेल्थकेयर सुविधाओं को सुनिश्चित करने का नरेंद्र मोदी ने राज्यों को विश्वास दिलाया। केंद्र नियमित रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मल्टी डिसीप्लीनरी टीमों को भी नियुक्त कर रहा है। जिससे संक्रमित मामलों को लेकर कंटेनेमेंट,सर्विलांस, टेस्टिंग और प्रभावी क्लीनिकल मैनेजमेंट में मदद मिल सके। केंद्र की ओर से भेजी गई टीम स्थानीय स्तर पर सहायता प्रदान कर रही है।

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