डॉ दिलीप अग्निहोत्री

लखनऊ विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह के द्वितीय दिवस की संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत कला संकाय के प्रांगण में रामलीला का मंचन किया गया। रामलीला का सजीव मंचन करने के लिए सांस्कृति कला संगम दिल्ली से यश चौहान का समूह आया था। कार्यक्रम का संचालन सांस्कृति के निदेशक प्रोफेसर राकेश चंद्रा एवं राजन श्रीपद फुलारी ने किया। रामलीला के मंचन के पहले आदरणीय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने द्वीप प्रज्वलित किया। यश चौहान और साथियों ने सम्पूर्ण रामलीला का सजीव मंचन कर सम्पूर्ण प्रांगण को राममय बना दिया।

इस समूह ने राम जन्म, सीता स्वयंवर, शिव धनुष खंडन, राम -सीता विवाह, श्री राम-सीता एवं लक्ष्मण के वन गमन, रावण द्वारा सीता हरण, रावण वध आदि का सजीव मंचन कर समस्त दर्शकों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में माननीय कुलपति जी ने समस्त कलाकारों की उनके द्वारा किये गए मंचन की प्रशंसा करते हुए सम्मानित किया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सम्मानित शिक्षक गण, छात्र और छात्राएं मौजूद थे।

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