डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

मंत्री परिषद में फेर बदल सामान्य प्रक्रिया है। उत्तर प्रदेश में चर्चा यहीं तक सीमित रहती तो गनीमत थी। लेकिन ऐसा लगा कि कुछ लोगों ने इसे सुनियोजित रूप में इसे हंगामा बना दिया। चर्चा को नेतृत्व परिवर्तन तक से जोड़ दिया गया। जबकि हाईकमान के सामने ऐसा कोई विचार तक नहीं था। विचार हो भी नहीं सकता। मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदियनाथ की सराहना प्रधानमंत्री सहित सभी शीर्ष नेता अनेक बार सार्वजनिक रूप से कर चुके है। योगी ने अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाह किया है। चार वर्षों में उन्होंने विकास के अनेक कीर्तिमान स्थापित किये है। केंद्र की प्रत्येक जन कल्याण की योजनाओं को उन्होंने प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित किया है। इन सभी में उपलब्धियों के रिकार्ड कायम हुए है। ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन पर विचार संभव ही नहीं था। योगी आदित्यनाथ की दिल्ली यात्रा ने सब कुछ साफ कर दिया है। नेतृत्व परिवर्तन की बात बेमानी थी।

सहयोग से संकट का मुकाबला

केंद्र व राज्य ने मिल कर कोरोना संकट का मुकाबला किया है। योगी आदित्यनाथ ने सभी संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर में जब ऑक्सीजन की मांग में अचानक वृद्धि हुई, उस समय रेल मंत्रालय द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेल के संचालन तथा भारतीय वायु सेना के विमानों द्वारा ऑक्सीजन टैंकर के परिवहन से प्रदेश में आक्सीजन की आपूर्ति करने में बड़ी मदद मिली। संकट की उस घड़ी में प्रदेश में ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। कहा कि प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों के लिए ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्वीकृति से ऑक्सीजन उपलब्धता की स्थायी व्यवस्था करने में मदद मिलेगी।

वैक्सिनेशन पर बेहतरीन निर्णय

प्रधानमंत्री द्वारा बताए गये ट्रेस,टेस्ट एण्ड ट्रीट के मंत्र को राज्य सरकार ने दूसरी लहर के दौरान भी अपनाए रखा, जिसके बेहतर परिणाम प्राप्त हुए और संक्रमण को नियंत्रित करने में सफलता मिली। प्रधानमंत्री ने अठारह वर्ष से अधिक सभी नागरिकों के लिए राज्यों को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का अभिनन्दनीय निर्णय लिया।

UP के 15 करोड़ गरीबों को राशन

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा निर्धन कल्याण को समर्पित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को इस वर्ष माह मई में पुनः प्रारम्भ किया गया। हर गरीब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने इस योजना को दीपावली तक विस्तारित करने का निर्णय लिया, ताकि संकट के समय किसी भी गरीब को भूखा न सोना पड़े। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं के अनुरूप इस योजना को माह मई में संचालित करते हुए वर्तमान माह में भी क्रियान्वित कर रही है। राज्य के लगभग पन्द्रह करोड़ जरूरतमन्दों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निःशुल्क खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है।

किसान कल्याण

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार किसानों के कल्याण व उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। केन्द्र सरकार ने डीएपी खाद के लिए सब्सिडी में एक सौ चालीस प्रतिशत की वृद्धि की। खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि किये जाने से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य प्राप्त होगा और कृषि विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा। कोरोना कालखण्ड के दौरान किसानों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने देश के किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त का अन्तरण किया। ट्रांसफर की गई धनराशि में से प्रदेश के दो करोड़ इकसठ लाख से अधिक किसानों के खातों में 5,230 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि अन्तरित की गई।

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