डॉ दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ के अनेक साहित्यकार राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित रहे है। इनमें से प्रायः सभी का किसी न किसी रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़ाव रहा है। अन्य क्षेत्रों के प्रसिद्ध साहित्यकार भी यहां की संगोष्ठियों में समय समय पर सम्मलित होते रहे है। इसी संदर्भ को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय ने शताब्दी वर्ष समारोह के पहले दिन साहित्य उत्सव का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने किया। उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में भी लखनऊ विश्वविद्यालय की गौरवशाली विरासत है। इसको आगे बढाना हम सबका दायित्व है। अंतर्राष्ट्रीय दर्शनशास्त्र विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित”अंतर्राष्ट्रीय दर्शन दिवस कार्यक्रम” वस्तुतः के साथ शुरू हुआ। महान शिक्षक सुकरात का जन्मदिन।
प्रो केसी पांडे एचओडी,प्रो राकेश चंद्र और डॉ प्रशांत शुक्ला ने प्रो आरसी सिन्हा अध्यक्ष आईसीपीआर डॉ। बी.एम.पी.बाजपेयी पूर्व वीसी,हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रो आर.पी. सिंह दर्शनशास्त्र,जेएनयू प्रो.बी.एन. लभ वीसी, नव नालानाडा महाविहार विश्वविद्यालय प्रो बलराम सिंह निदेशक,उन्नत अध्ययन, यूएसए,प्रो जटाशंकर तिवारी सेवानिवृत्त प्रो इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रो के रामनम सदस्य सचिव,आईसीपीआर , प्रो डीएन यादव प्रो वीसी,एनपी यूनिवर्सिटी और प्रो एसआर भट्ट अध्यक्ष,आईपीसी कार्यक्रम सरस्वती वंदना से शुरू हुआ। जिसके बाद वेलकम एड्रेस और विभाग का संक्षिप्त विवरण दिया गया। इस समारोह में भारत और विदेशों से बड़ी संख्या में शिक्षाविदों ने भाग लिया।