संजय राजपूत, गुजरात
अब तक कई बार ऐसी खबरे सामने आई है कि कुछ मुनाफाखोर तत्वों द्वारा घटिया खाद्य उत्पादों का प्रयोग कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ गंभीर रूप से खिलवाड़ किया जा रहा है। राजकोट में ऐसी ही एक घटना सामने आयी है।
राजकोट से करीब 1600 किलो नकली पनीर पकड़ा गया है. राजकोट महानगर पालिका के सतर्कता के चलते लोगो तक पहुंचने से पहले ये पनीर जप्त कर लिया गया। इतनी बड़ी मात्रा में मिलावटी पनीर देख खुद निगम की हेल्थ टीम भी हैरान रह गए। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वनस्पति घी से तैयार पनीर की यह मात्रा भावनगर के महवा स्थित रामकृष्ण डेयरी से आई थी. इस बारे में आगे मिली जानकारी के अनुसार राजकोट नगर पालिका की खाद्य शाखा ने गुप्त सूचना के आधार पर शहर के ढेबर रोड पर भादला पेट्रोल पंप के पास एक दुकान पर छापा मारा। छापेमारी के बाद यहां से करीब 1600 किलो अखाद्य पनीर बरामद होने से अधिकारी भी हैरान रह गए. इसके बाद जब पनीर मंगवाने वाले व्यापारी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने बीती रात भावनगर जिले के महवा स्थित रामकृष्ण डेयरी से आये इस मिलावटी पनीर को 190 रुपये प्रति किलो के भाव पर ऑर्डर करने के बाद वह यहां की आठ नामी डेयरियों में इसे ऊंचे दाम पर बेचने जा रहा था.
इसके अलावा अन्य जगहों पर भी इस पनीर की सप्लाई की जानी थी। फिलहाल खाद्य विभाग ने पनीर की मात्रा को जब्त कर बिल सहित अन्य साक्ष्यों की जांच शुरू कर दी है जिसके पूरा होने के बाद और भी खुलासे हो सकते है। शहर की जिन आठ नामजद डेयरियों को सप्लाई करने की बात सामने आ रही है उनसे ये भी पता लगाया जा रहा है की ये डेयरियां कब से यह पनीर खरीद रही हैं,।
पनीर को आमतौर पर प्रोटीन युक्त भोजन माना जाता है लेकिन पकड़े गए पनीर में ऐसा कोई पदार्थ या पदार्थ नहीं पाया गया है। इसके विपरीत, इस प्रकार के पनीर के सेवन से फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है साथ ही इस पनीर को खाने से लिवर-आंतों को गंभीर नुकसान हो सकता है।