सलिल पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार, मिर्जापुर.
मिर्जापुर । तीन टिकट महाविकट की परवाह न कर चुनार पुलिस ने इंजीनियर हत्याकांड में तीन को थाने में पूछताछ के लिए बैठाए रखा है। जिसमें एक दरगाह शरीफ और दो बाजार के हैं। जबकि पुलिस की धड़पकड़ से धौंहा गांव के वे लोग जो पुलिस के निशाने पर हैं, भूमिगत बताए जा रहे हैं।
5वें दिन का डेवलपमेंट
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धीरे धीरे हाशिए की ओर बढ़ रही घटना को लोग भूलने की स्थिति में देखे जा रहे हैं जबकि व्यापारजगर ने बहुत शोर मचाया था कि मुलजिम शीघ्र नहीं पकड़े गए तो वे चुनार ही नहीं यूपी हिला देंगे, इनका शीघ्र का समय कब समाप्त होगा, यह स्पष्ट नहीं है।
कम्पनी का विवाद
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कम्पनी में कच्चे माल को लेकर पूर्व महीनों में हुए विवाद और कर्मचारियों की छंटनी आदि को लेकर मामले भी उठाए जा रहे हैं। इन मुद्दों को पुलिस को जांच के दायरे में लेना चाहिए, ऐसा आमलोग चाहते हैं। यह तो जांच करने वाले ही जानते होंगे कि इसे कितना तवज्जह दिया गया ? क्योंकि पुलिस शुरू से इस मामले को रंगदारी एंगिल से देखने लगी जबकि बड़ी कम्पनी होने के नाते पूर्व में हुए सारे विवादों का अध्ययन किया जाना चाहिए ।
दो डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन तथा एक हवलदार संक्रमित
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संक्रमित तो 22 हुए लेकिन इसमें पड़री PHC में तैनात दाँत के डॉक्टर, एक कुष्ठ रोग का टेक्नीशियन है तो पड़री के मिसिरपुर गांव के 15 एवं 18 साल के दो किशोर और दाढ़ीराम गांव के 48 वर्षीय पुरुष चपेट में आए।
नगर के कोटघाट में सेवानिवृत्त होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी तथा NCC के 101 बटालियन के हवलदार भी शामिल हैं।