ज्योतिषविद डा. सी.बी.सिंह
जून में लगेगा सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण
आने वाले जून महीने में दो बार ग्रहण लगने जा रहा है। ये दोनों ही ग्रह भारत में दिखाई देंगे। इसलिए दोनों ग्रहण का प्रभाव भारत में पड़ेगा। इनमें पहला चंद्र ग्रहण होगा और दूसरा सूर्य ग्रहण होगा। ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से ग्रहण के दौरान सूतक काल अहम होता है। आइए जानते हैं, भारत में दोनों ग्रहण की तारीख और समय क्या रहने वाला है।
जून के पहले सप्ताह में लगेगा चंद्र ग्रहण
इस महीने चंद्र ग्रहण 5 जून को लगेगा। यह इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण का समय रात 11 बजकर 15 मिनट से शुरु होगा और 6 जून को रात 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण भी भारत में दृश्य होगा।
चंद्र ग्रहण का सूतक काल
ग्रहण में लगने वाला सूतक काल एक अशुभ समयावधि होती है। यह सूतक काल चंद्र ग्रहण लगने से तीन पहर (एक पहर 3 घंटे का होता है) पहले ही शुरु हो जाता है, जो ग्रहण समाप्ति के साथ ही खत्म होता है।
जून माह में सूर्य ग्रहण की तारीख और समय
जून माह में सूर्य ग्रहण 21 जून को लगेगा। यह 2020 का पहला सूर्य ग्रहण होगा जो वलयकार होगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा। 21 जून को सूर्य ग्रहण सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर लगेगा जो दोपहर 2 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।
ग्रहण का सूतक काल
आपने यह सुना होगा कि ग्रहण के दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय ग्रहण का सूतक काल प्रभावी होता है जो एक प्रकार से अशुभ समय होता है। यह ग्रहण से 12 घंटे पूर्व लग जाता है और ग्रहण समाप्त के साथ ही समाप्त होता है।
ग्रहण के दौरान रखें सावधानियां
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
- आंखों पर ग्रहण के दौरान प्रयोग किये जाने वाले चश्मे लगाने चाहिए।
- इस अवधि में चाकू, छुरी या तेज धार वाली वस्तुओं का प्रयोग न करें।
- ग्रहण के दौरान भोजन और पानी का सेवन न करें।
- इस समय पूजा करना और स्नान करना भी शुभ नहीं माना जाता।
- ग्रहण के बुरे प्रभावों से बचने के लिये महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें।